बीकानेर, 20 अप्रैल। जिला स्तरीय जनसुनवाई गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ओमप्रकाश और जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के ने आमजन के परिवाद सुनें और संबंधित अधिकारियों को समयबद्ध निस्तारण करने को कहा।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ने कहा कि कई प्रकरणों में  परिवादी को बार- बार जिला स्तरीय जनसुनवाई में आना पड़ रहा है।  यदि निर्देशों के बावजूद प्रकरण का संवेदनशीलता के साथ निस्तारण नहीं किया गया तो इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।

इस अवसर पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी नित्या के ने कहा कि निस्तारण में समयबद्धता का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। आमजन बहुत उम्मीद के साथ जिला मुख्यालय पर  परिवेदना लेकर पहुंचता है, उसके परिवाद का समय पर निस्तारण नहीं होने से  समय और धन की बरबादी होती है। राज्य सरकार द्वारा भी जनसुनवाई की नियमित मानिटरिग हो रही है। ऐसे में अधिकारी इसे गंभीरता से लें।

अतिक्रमण की शिकायत पर निगम और यूआईटी द्वारा कार्यवाही नहीं करने के परिवाद पर अगली सुनवाई से पूर्व कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। ओमप्रकाश ने कहा कि यदि  प्रकरण समाधान होने लायक़ नहीं है तो  परिवादी को व्यक्तिगत रूप से बुलवाकर स्थिति स्पष्ट कर दें।

इस दौरान 140 प्रकरण प्राप्त हुए।  उपखंड स्तरीय अधिकारी भी वीसी के माध्यम से जनसुनवाई से जु़ड़े। जनसुनवाई में  रास्ता खुलवाने, अतिक्रमण हटाने, पेंशन चालू करवाने, नगर विकास न्यास की कॉलोनियों में आधारभूत सुविधाएं विकसित करने, पट्टा जारी करवाने, सीवरेज कनेक्शन देने सहित पुलिस, जलदाय विभाग, राजस्व श्रम , सहित अन्य विभागों से संबंधित विभिन्न प्रकरण प्राप्त हुए।

इस अवसर पर निगम आयुक्त गोपाल राम बिरदा, सहायक निदेशक लोक सेवाएं सविना बिश्नोई, सीएमएचओ डॉ मोहम्मद अबरार पंवार, संयुक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग एल डी पंवार सहित राजस्थान जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के सदस्य शब्बीर अहमद, जिला स्तरीय सतर्कता समिति सदस्य सुषमा बारुपाल तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।