बीकानेर,  28 अप्रैल। अतिरिक्त मुख्य सचिव (उद्योग) वीनू गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में औद्योगिकीकरण के साथ-साथ छोटे उद्योगों के सुदृढ़ीकरण के लिए भी राज्य सरकार अपनी नीतियों के माध्यम से कार्य कर रही है। अतिरिक्त मुख्य सचिव( उद्योग )ने शुक्रवार को जिला उद्योग संघ परिसर में जिला उद्योग केन्द्र द्वारा आयोजित एम एस एम ई सुविधा शिविर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि छोटे उद्योगों में रोजगार सृजन की व्यापक संभावनाओं के मध्यनजर इनके विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।

सुविधा शिविर के आयोजन का उद्देश्य विभाग की योजनाओं की जानकारी पात्र तक पहुंचाते हुए उन्हें इनका लाभ दिलवाना सुनिश्चित करना है। इन शिविरों में महिला और अन्य इच्छुक उद्यमियों से आवेदन लिए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने लघु उद्योगों को बढावा देने के लिए अगले 5 वर्ष तक छोटे उद्यमी को किसी प्रकार के अप्रूवल की आवश्यकता नहीं होने की नीति बनाई है। इन उद्योगों के लिए ऐसी परिस्थितियों का निर्माण किया जा रहा है जिससे छोटे उद्यमी आसानी से इकाई स्थापित कर सकें। उन्हें निर्यात के लिए तैयार करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है।

वीनू गुप्ता ने कहा कि बीकानेर में खादी और ग्रामोद्योग की अपार संभावनाओं के मद्देनजर आधुनिकीकरण और विपणन में तकनीक का प्रयोग करने की दिशा में प्रशिक्षण दिया जाए। छोटे उद्योग स्वयं को जैम जैसे पोर्टल  पर पंजीकृत करें और अपने बाजार का विस्तार करें।  इस अवसर पर डीजीएम बीआईपी रेणुराज ने राजस्थान लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना 2022 के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक आर के सेठिया ने , जिला उद्योग संघ बीकानेर के अध्यक्ष डी पी पच्चिसिया ने भी विचार रखे। स्वागत उद्बोधन जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने दिया। इससे पूर्व  उद्योग संघों के प्रतिनिधियों के द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव का अभिनंदन किया गया।

अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग ने एमएसएमई सुविधा शिविर का निरीक्षण किया और अभ्यर्थियों से चर्चा की। इस अवसर विभिन्न जिला उद्योग संघों के प्रतिनिधि व उद्यमी उपस्थित रहे। वीनू गुप्ता ने उद्योग संघ प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं पर चर्चा की।