जयपुर। प्रदेश के अलवर में तिजारा फाटक पुलिया पर लहुलूहान मिली नाबालिग से गैंगरेप मामले में अलवर पुलिस ने चौंकाने वाला दावा किया है। पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने अब रेप होने से ही इनकार किया है। शुक्रवार देर शाम को एसपी गौतम ने जेके लॉन अस्पताल जयपुर के एक्सपर्ट पैनल के आधार पर दावा किया कि बालिका से रेप नहीं हुआ। मूक-बधिर नाबालिग के प्राइवेट पार्ट में इतनी घातक चोट कैसे लगी? वह लहूलुहान कैसे हुई? इसकी जांच जारी है कि पुलिया पर बालिका के साथ क्या हुआ।

रेप नहीं प्राइवेट पार्ट्स इंजरी
पुलिस के अनुसार, मेडिकल एक्सपर्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बालिका के प्राइवेट पार्ट्स में इंजरी है। रेप होने जैसे फैक्ट्स सामने नहीं आए हैं। ऐसा मेडिकल एक्सपर्ट, फोरेंसिक एक्सपर्ट, टेक्निकल फैक्ट्स के आधार पर बताया गया है। मेडिकल टीम ने बालिका के प्राइवेट पार्ट्स की इंजरी के बारे में भी बताया गया है। उसी आधार पर यह कहा जा रहा है कि रेप जैसे फैक्ट नहीं हैं।

तीन दिन में 300 सीसीटीवी कैमरे खंगाले
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बच्ची सीसीटीवी में अकेले नजर आ रही है। सब जगहों पर पैदल नजर दिखी है। पुलिस ने तीन दिन में 300 सीसीटीवी कैमरे खंगाले हैं। कहीं कोई घटना होने जैसा नहीं लगा। गांव से शहर में ऑटो से आई। ऑटो को ट्रेस किया गया। चालक से पूछताछ की है। ऑटो के सैंपल लिए गए। वहां भी बालिका से सैक्सुअल असॉल्ट जैसा कुछ सामने नहीं आया। शहर में आने के बाद बालिका अलग-अलग जगहों पर अकेली नजर आती रही है। पुलिस ने बस स्टैंड से तिजारा पुलिया चढ़ने तक की ज्यादातर फुटेज देखी है।