चाकूबाजी में कोटा में कई लोगों की जान चली गई, लेकिन पुलिस ने अब भी सबक नहीं लिया और ये घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। चाकूबाजी में एक और युवक की मौत हो गई। इस युवक को इतने चाकू मारे गये कि उसकी मौत हो गई। अब परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।

मृतक युवक मनोज सुमन के भाई रामराज सुमन ने बताया कि मनोज रोज की तरह सुबह 7.30 बजे अपने घर से डीसीएम फैक्ट्री के लिए निकला था, वह डीसीएम में सुपरवाइजर का काम करता था। जब वह शाम तक नहीं आया तो उसने उसे कई बार फोन किया लेकिन उसने फोन नहीं उठाया, इसके बाद उसके दोस्त का फोन आया और उसे जल्दी अस्पताल आने को कहा, जब वे वहां गए तो देखा कि वह मर चुका है। यह परिवार पांच महीने पहले ही कोटा के उद्योग नगर थाना इलाके में आया था। वह मूल रूप से बारां के मिर्ज़ापुर का रहने वाले है।

पुलिस ने बताया कि प्रथमदृष्टया ऐसा माना जा रहा है कि इन लोगों ने जंगल में शराब पार्टी की थी और विवाद में चाकूबाजी हुई। उसके दोस्त उसे अस्पताल ले गए जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जानकारी यह भी मिली कि दो युवक उसे अस्पताल में भर्ती कराकर चले गये। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवक के हत्यारों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।