ये ही हैं वो हिंदुस्तानी शेरनियां जिन्होंने भारत और तिरंगे का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया
ये ही हैं वो हिंदुस्तानी शेरनियां जिन्होंने भारत और तिरंगे का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया

पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद से ही बौखलाया हुआ है। दरअसर जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 में बदलाव हो चुके हैं। जिसके बाद पाकिस्तान कई मंचों पर इसका विरोध कर रहा है। पाकिस्तान आये दिन विदेशों में भारत और भारत के राष्ट्रिय ध्वज तिरंगे का अपमान कर रहा है। उसे जहां भी मौक़ा मिल रहा है वहीं ये भारत के ख़िलाफ़ ज़हर उगलने से बाज़ नहीं आ रहा है। पिछले 7 दशक से कश्मीर का राग अलापने वाले पाकिस्तान के लिए ये बड़ा झटका है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान का कोई साथ नहीं दे रहा हैं।

भारत और तिरंगे का अपमान करने से बाज नहीं आ रहा पाक़िस्तान

पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थक अब भी लगातार भारत का विरोध कर रहे हैं। अभी हाल ही में दो अलग-अलग देशों से ऐसी ही घटनाओं का मामला सामने आया है। जिनमें पाकिस्तानी, खालिस्तानी समर्थक ना केवल भारत और प्रधानमंत्री मोदी के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी कर रहे हैं, बल्कि हमारे तिरंगे झंडे का अपमान भी कर रहे हैं। लेकिन इन दोनों ही जगहों पर हुए घटना क्रम में गर्व और ख़ुशी की बात ये है कि दोनों जगह ही हमारे देश की बेटियों ने हमारे तिरंगे की लाज और देश का सम्मान बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वो अकेली थीं लेकिन फिर भी हज़ारों की भीड़ का समाना करने की हिम्मत उन्हें सिर्फ़ और देशभक्ति से ही मिली थी। क्योंकि वो मौक़ा भी तो स्वतंत्रता दिवस का था।

पहली घटना दक्षिण कोरिया की, शाजिया इल्मी ने दिया पाकिस्तानियों को करारा ज़वाब

हिंदुस्तान की शेरनी शाज़िया इल्मी जो पाकिस्तानियों से भीड़ गयी
हिंदुस्तान की शेरनी शाज़िया इल्मी जो पाकिस्तानियों से भीड़ गयी

दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में एक प्रदर्शन हो रहा था। जहां पाकिस्तानी प्रदर्शनकारी भारत और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। लेकिन उनका सामना भाजपा नेता शाजिया इल्मी से हो गया। शाजिया को इंडिया के खिलाफ नारेबाजी बर्दाश्त नहीं हुई। वो नारेबाजी करने वालों से सीधे मुंह भिड़ गईं। और पाकिस्तानियों को भारत के खिलाफ नारे लगाने से रोकने लगीं। जब भीड़ काफी ज्यादा बढ़ गई तब सियोल पुलिस शाजिया और उनके दो दोस्तों को वहां से निकालकर ले गई। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जनता शाजिया इल्मी की इस बहादुरी की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं।

दरअसल सियोल में यूनाइटेड पीस फेडरेशन का कॉन्फ्रेंस हो रहा था। 15 अगस्त से शुरू होकर 18 अगस्त को समाप्त हुआ। शाजिया इल्मी दो अन्य नेताओं के साथ इसमें हिस्सा लेने पहुंची थी। घटना 17 अगस्त की है। उस वक्त शाजिया इल्मी सियोल में भारत के राजदूत श्रीप्रिया रंगनाथन से मिलकर अपने होटल लौट रही थीं। शाजिया इल्मी ने अपना कैरियर पत्रकार के तौर पर शुरू किया था। जनलोकपाल बिल के लिए आंदोलन किया। जब आम आदमी पार्टी बनी तो उसकी नेशनल एक्जीक्यूटिव का हिस्सा बनी। फिर मई 2014 में पार्टी छोड़ दी। जनवरी 2015 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली थी।

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दूसरी घटना लंदन की जहां तिरंगे का अपमान देख शेरनी की तरह झपटी पत्रकार

हिंदुस्तान की दूसरी शेरनी पूनम जोशी जो तिरंगे का अपमान करने वालों पर टूट पड़ीं
हिंदुस्तान की दूसरी शेरनी पूनम जोशी जो तिरंगे का अपमान करने वालों पर टूट पड़ीं

ये मामला लंदन का है। जहां भारतीय हाई कमीशन के बाहर पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थक इकठ्ठा थे। ये लोग भारत के तिरंगे झंडे को पैरों तले रौंद रहे थे। इन्होंने तिरंगे के 2 टुकड़े कर दिए थे। ये लोग तिरंगे का अपमान करने के लिए उस पर जूते मार रहे थे। ऐसे में आप मैं और किसी भी देश प्रेमी का ख़ून खौल उठेगा। कोई भी सच्चा देशभक्त इस क़दर अपने राष्टीय ध्वज तिरंगे का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। ऐसे में जब पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थक भारतीय हाई कमीशन के बाहर ये सब प्रदर्शन कर रहे थे, तो एक भारतीय पत्रकार से ये तिरंगे का अपमान न सहा गया।

ये ही हैं वो लोग जो तिरंगे का अपमान कर रहे थे
ये ही हैं वो लोग जो तिरंगे का अपमान कर रहे थे

प्रदर्शनकारी तिरंगे को रौंद रहे थे और उन्हें रोकने का चैलेंज कर रहे थे। तभी न्यूज़ ऐजेंसी ANI के लिए लंदन में स्वतंत्रता दिवस कवर कर रहीं पत्रकार पूनम जोशी तिरंगे का अपमान होते देख बिजली की रफ़्तार से प्रदर्शनकारियों की ओर भागीं और उनके कब्जे से तिरंगा छीन लिया। जिसका फ़ुटेज उस पूरी घटना का वीडियो बना रहे किसी ने के कैमरे में ये सीन क़ैद हो गया। बाद में ANI ने भी ये वीडियो ट्वीट किया है।

खुद पूनम ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर दी इसकी जानकारी

पूरी घटना के बाद पूनम ने लंदन के मेयर सादिक खान, मेट्रोपोलिटिन पोलिस और विरोध कर रहे पाकिस्तानी-खालिस्तानी समर्थकों के नाम खुला खत भी लिखा। फेसबुक पर लिखे खत में पूनम ने लिखा है कि प्रदर्शन करना हर किसी का हक़ है। लेकिन हिंसा करना, डराना धमकाना और सार्वजनिक सुरक्षा को हाथ में लेने का हक़ किसी को कैसे हो सकता है।

A message to London Mayor Sadiq Khan, the Metropolitan Police, Pro-Pakistani and Pro-Khalistani protesters. I am not…

Poonam Joshi यांनी वर पोस्ट केले रविवार, १८ ऑगस्ट, २०१९

इस घटना में जब गहमागहमी बढ़ी तो पुलिस आई और खालिस्तान समर्थकों को हिरासत में लिया। उनके पास से खंजर भी बरामद किया गया।

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