गुर्जर समाज के सबसे बड़े धार्मिक स्थल मालसेरी डूंगरी में शनिवार को भगवान देवनारायण की 1111वीं जयंती मनाई जाएगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिस्सा ले रहे हैं. देश के 9 राज्यों में बसे गुर्जर समाज के लोग शुक्रवार रात से ही यहां पहुंचने लगे हैं। करीब तीन लाख लोगों के आने की उम्मीद है। इधर, पीएम मोदी उदयपुर एयरपोर्ट पहुंच गए हैं. यहां से वह हेलीकॉप्टर से भीलवाड़ा के लिए रवाना हुए। वहां से वह मालासेरी डूंगरी में समारोह स्थल के लिए सड़क मार्ग से जाएंगे।

पीएम करीब डेढ़ घंटे मालसेरी डूंगरी कार्यक्रम में रहने वाले हैं

पीएम करीब डेढ़ घंटे मालसेरी डूंगरी कार्यक्रम में रहने वाले हैं। पीएम मोदी सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर मालासेरी डूंगरी पहुंचेंगे. इसके बाद दोपहर करीब एक बजे यहां से रवाना होंगे। वह सबसे पहले भगवान देवनारायण के दर्शन करेंगे। फिर मंदिर परिसर में चल रहे भगवान विष्णु के यज्ञ में आहुति देंगे। इसके बाद वह जनसभा को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और मध्य प्रदेश से लोग पहुंच रहे हैं।

मालासेरी डूंगरी इसलिए खास है-

मालसेरी डूंगरी आसींद अनुमंडल से 5 किलोमीटर दूर है। कहा जाता है कि 1111 वर्ष पूर्व भगवान देवनारायण की माता साडू ने यहां तपस्या की थी। इससे प्रसन्न होकर स्वयं भगवान विष्णु ने संवत् 968 को माध मास की सप्तमी को जन्म दिया। भगवान देवनारायण का जन्म मालासेरी डूंगरी की सबसे ऊंची चोटी पर जमीन  फटकर अन्दर से निकले  कमल के फूल की नाभि में हुआ था। इसलिए यह मंदिर गुर्जर समुदाय की आस्था का स्थान है।

वसुंधरा राजे को विशेष आमंत्रण

इस कार्यक्रम के लिए ट्रस्ट ने कई नेताओं को आमंत्रित किया है. इनमें बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यपाल कलराज मिश्र समेत केंद्रीय मंत्रियों को न्योता दिया गया है। ट्रस्ट और स्थानीय नेताओं की ओर से वसुंधरा राजे को आमंत्रित किया गया है. आसींद से विधायक जब्बर सिंह सांखला का कहना है कि पिछली सरकार में वसुंधरा राजे ने चार करोड़ की लागत से पैनोरमा स्वीकृत किया था. यह पैनोरमा लगभग पूरा हो गया है। इस वजह से यहां पर राजे से खास लगाव है।