जयपुर। बलात्कार के मामले पहले से ही नम्बर वन राजस्थान में दुष्कर्म की घटनाएं रुक नहीं पा रही हैं। हवस के दरिंदे महिलाओं को शिकार बना रहे हैं। राजस्थान में 2020 में क्राइम अगेंस्ट वुमन के 34,535 मामले दर्ज किए गए। इस हिसाब से राजस्थान में अब भी दिन करीब 95 महिलाएं क्राइम का शिकार हो रही हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में 2020 में क्राइम अगेंस्ट वुमन के 3,71,503 मामले सामने आए हैं। वहीं इसकी तुलना में 2019 में 4,05,326 मामले सामने आए थे।

राजस्थान में 90.5 प्रतिशत क्राइम रेट
ओवरऑल सभी तरह के क्राइम में महिलाओं की पॉपुलेशन और क्राइम अगेंस्ट वुमन के मामलों की संख्या के आधार पर महिलाओं के प्रति साल 2020 में असम में सबसे ज्यादा 154.3 प्रतिशत क्राइम रेट रही। सबसे कम मिजोरम में 3.7 प्रतिशत क्राइम रेट रही। वहीं राजस्थान में 90.5 प्रतिशत क्राइम रेट रही। पूरे देश में साल 2020 में 56.5 प्रतिशत क्राइम रेट के साथ कुल 3,71,503 क्राइम अगेंस्ट वुमन के मामले दर्ज हुए।

साल 2020 में राजस्थान में जिलेवार महिलाओं के प्रति अपराध के आंकड़े
पहले नंबर पर अजमेर जिला का नाम है, यहां पर 1869 अपराध आंकड़े दर्ज किए है। अजमेर के बाद अलवर का आता है, यहां पर पर 1280 मामले दर्ज किए है। इसके बाद बांसवाड़ा का नाम है। बांसवाड़ा में 533 अपराध के आंकड़े मिले है। बाड़मेर में 1204 केस सामने आए है। भरतपुर में 1557, भीलवाड़ा में 1356, बीकानेर में 955, बूंदी में 740 और चित्तौड़गढ़ में 974 अपराधक आंकड़ें मिले है।