पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया की आज कोटा में शंभूपुरा इलाके में सभा आयोजित हुई। जिसमें भारी जनसमूह उमड़ा। राजे रविवार को कोटा के शंभूपुरा में भाजपा की रैली को संबोधित कर रही थीं। रैली का आयोजन कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने किया था। इससे पहले राजे ने भाषण की शुरुआत आओ फिर से दीया जलाएं कविता से की। राजे ने कहा- आओ फिर से दिया जलाएं, भरी दुपहरी में अंधियारा, सूरज परछाई से हारा अंतर तम का नेह निचोड़ें, बुझी हुई बाती सुलगाएं, आओ फिर से दिया जलाएं। आओ फिर से कमल खिलाएं, अटल जी की इस कविता में एक लाइन मैंने जोड़ी है- आओ फिर से कमल खिलाएं। क्योंकि अब राजस्थान में कमल खिलाने का वक्त आ गया है।

राजे ने कहा- मोदी सरकार के 9 साल पूरे हो गए, ये नौ साल देश का सौभाग्य हैं। आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। एक समय था जब लोग हमारे देश की ओर आंख उठाकर देखते थे, आज किसी में हिम्मत नहीं है। हर कोई नजरें झुकाकर बात करता है। केंद्र की योजनाएं लोगों को लाभ दे रही हैं। आज दूसरे देश भारत की ओर देख रहे हैं।

पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने कहा कि कांग्रेस राज में राजस्थान में विकास तो हुआ लेकिन राजस्थान का नहीं बल्कि कांग्रेस का, विकास तो हुआ है लेकिन राजस्थान का नहीं बल्कि भ्रष्टाचार का, विकास हुआ है लेकिन राज्य का नहीं, महिलाओं, दलित उत्पीड़न का, राजस्थान में विकास तो हुआ है, लेकिन बेरोजगारी नहीं का, पूरा प्रदेश इस सरकार से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहा है, चुनाव कब हो और कब इससे निजात मिले।

राजे ने कहा कि गहलोत सरकार ज्यादातर कागजो, बयानों, आपसी झगड़ों और होटलों में नजर आती है। इस सरकार ने दो बड़े काम किए या तो हमारी योजनाएं बंद कर दीं या नाम बदल दिया। हमने देश में पहली बार भामाशाह योजना शुरू की और महिलाओं को परिवार का मुखिया बनाया और उनके बैंक खाते खोले। जिससे उनके खाते में विभिन्न सरकारी योजनाओं का पैसा जमा होने लगा। इससे महिलाओं का सम्मान बढ़ा।

राजे ने कहा- हमने मुफ्त इलाज के लिए भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की और इसका नाम बदलकर चिरंजीवी कर दिया। हमारी योजना में गरीबों को सभी अस्पतालों में मुफ्त इलाज दिया गया। उनकी योजना में बड़े अस्पताल गरीब मरीजों को प्रवेश तक नहीं देते। कहने को तो इस योजना में 25 लाख तक का इलाज होता है, लेकिन साल 2021 से अब तक चिरंजीवी योजना में एक मरीज पर औसतन 11.5 हजार रुपये भी खर्च नहीं हुए हैं।

राजे ने कहा- हमने कोटा, बूंदी, झालावाड़ और बारां सहित 13 जिलों में जीवन बदलने वाली ईआरसीपी शुरू की। यह सरकार ने इस योजना को राजनीति में उलझा कर छोड़ दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की प्रेरणा से हमने नदियों को जोड़ने का काम शुरू किया था, लेकिन सरकार बदलते ही यह काम भी रुक गया।

हमने झालावाड़ में आहू और चंवली नदी को जोड़ने का काम पूरा किया। इससे झालावाड़ जिले के 31 गांवों को फायदा हुआ। झालावाड़, बारां और कोटा जिलों के लिए महत्वपूर्ण परवन सिंचाई परियोजना भी इसी तरह पड़ी हुई है। जबकि सितंबर 2013 में उन्होंने इस योजना का श्रेय हमसे लूटने के लिए राहुल गांधी को बुलाकर पत्थर लगवाया।

राजे ने कहा- कोटा में व्यापारियों के साथ आए दिन लूटपाट हो रही है। साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है। सरेहाम हत्याएं हो रही हैं। कोटा शहर की अधिकांश सड़कें खुदी हुई हैं। रंगपुर फ्लाईओवर का एक हिस्सा टूट गया। यह कैसा विकास है। विकास के नाम पर कई लोगों की जान चली गई। राज्य सरकार ने कोटा के एयरपोर्ट को उलझाकर छोड़ दिया।
चंबल के किनारे स्थित होने के बावजूद कोटा शहर की दर्जनों कॉलोनियां मीठे पानी से वंचित हैं। लोग फ्लोराइड युक्त पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं। कोटा जैसी समस्या बूंदी, बारां और झालावाड़ में भी है और मेरा मानना है कि यह सरकार हाड़ौती की उपेक्षा कर रही है।