जयपुर। भाजपा में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को पार्टी का अगला सीएम प्रोजेक्ट करने की पुरजोर मांग उठने लगी है। नौबत तो यहां तक आ पहुंची है कि वसुंधरा समर्थित नेता अपनी इस मांग को लेकर खुलकर सामने आ गए हैं। हाडौती संभाग के नेताओं ने एक सुर में राजे को सर्वमान्य नेता बताते हुए अब उनके समर्थन में ‘शक्ति प्रदर्शन’ करना तय किया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थन में हाडौती संभाग के मौजूदा विधायकों और पूर्व विधायकों सहित कई वरिष्ठ नेता रविवार को एक जाजम पर दिखाई दिए। सभी ने आगामी अप्रैल माह में राजे की अगुवाई में एक विशाल रैली का आयोजन करना तय किया है।

गहलोत सरकार के खिलाफ रैली का शंखनाद की तैयारी
रविवार को कोटा में वसुंधरा राजे के समर्थक नेताओं ने एक होटल में चिंतन शिविर आयोजित किया। इसमें अप्रैल महीने में वसुंधरा राजे की अगुवाई में हाड़ौती संभाग में गहलोत सरकार के खिलाफ रैली का शंखनाद का ऐलान किया गया है। इस रैली में हाड़ौती संभाग के 4 जिले कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ से 50 हजार कार्यकर्ताओं का जुटाने का लक्ष्य रखा है। भले ही अप्रैल में प्रस्तावित रैली कांग्रेस के खिलाफ करने की बात कही जा रही हो, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि असल में यह वसुंधरा राजे का शक्ति प्रदर्शन है।

वसुंधरा राजे ही एकमात्र विकल्प
चिंतन शिविर में 3 बार विधायक रह चुके और राजे के करीबी माने जाने वाले भाजपा नेता भवानी सिंह राजावत ने हाल ही में हुए निगम चुनाव, पंचायत चुनाव व स्थानीय निकाय चुनाव का जिक्र किया। राजावत ने कहा, आलाकमान ने वसुंधरा राजे को दूर रखकर निगम चुनाव, पंचायत चुनाव व स्थानीय निकाय चुनाव करवाकर देख लिया और परिणाम भी भुगत रहा है। पार्टी की ऐसी दुर्गति को देखकर आम कार्यकर्ता चिंतित है। इस कुशासन से मुक्ति पाने के लिए वसुंधरा राजे ही एकमात्र विकल्प हैं जो पार्टी में नई जान डाल सकती हैं।

राजे को सीएम प्रोजेक्ट करने की तैयारी
राजावत ने आगे कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विफलताओं को लेकर आयोजित होने वाली रैली में गृह मंत्री अमित शाह और प्रभारी अरूण सिंह को भी आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज को ढाई साल हो गए। प्रदेश में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। भाजपा शासन की पेयजल, सिंचाई व अन्य योजनायें ठप्प पड़ी हुई हैं। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि वसुंधरा राजे को आगामी मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करके ही भाजपा चुनाव मैदान में उतरे तब ही कांग्रेस के कुशासन से जनता को मुक्ति मिल सकती है। आपको बता दें कि राजस्थान में 2023 में विधानसभा चुनाव हैं।

वसुंधरा के सामने कोई खेमा खड़ा नहीं हो सकता
पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने भी खुलकर राजे को ही पार्टी की सर्वमान्य नेता करार दिया। उन्होंने कहा कि कुछ नेता जो अपना कद बढाने की कोशिश कर रहे हैं वो किसी मुगालते में ना रहे। राजे ही पार्टी की सर्वमान्य नेता हैं और हमेशा रहेंगी। वसुंधरा के सामने कोई खेमा खड़ा नहीं कर सकता।