जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे जैस नजदीक आ रही है वैसे वैसे राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है। बीते कुछ दिनों से प्रदेश में बयान बाजी को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। इन दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा वसुंधरा राजे की सरकार बचाने के लिए तारीफ करने का मामला लगातार गरमाया हुआ है। राजनीतिक गलियारों में राजे और गहलोत की मिलीभगत को लेकर बयानबाजी हो रही है। वहीं पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी वसुंधरा राजे को अशोक गहलोत की नेता बता चुके हैं। चुनावी साल में राजे-गहलोत की मिलीभगत की चर्चाओं के तूल पकड़ने के बाद अब राजे ने पलटवार किया है।

‘भैरोंसिंह शेखावत के कांग्रेस नेताओं से थे अच्छे संबंध’
वसुंधरा राजे ने भैरोंसिंह शेखावत का हवाला देते हुए उनके ऊपर लग रहे आरोपों का जवाब दिया है। मंगलवार को खाचरियावास गांव में आयोजित बाबोसा की पुण्यतिथि कार्यक्रम में राजे ने कहा कि भैरों सिंह जी के अपने जमाने में कई नेताओं से अच्छे संबंध थे इसका मतलब यह नहीं कि वो आपस में मिले हुए थे।

जब जोशी से मिलने उनके घर पहुंच गए शेखावत
वसुंधरा राजे ने कहा कि शेखावत के सभी दलों के नेताओं से संबंध थे। इसका मतलब यह नहीं कि वह मिले हुए थे। पूर्व सीएम स्वर्गीय हरिदेव जोशी जब एसएमएस में भर्ती हुए, तब भैरों सिंह सीएम थे। वे जोशी के पास नियमित अस्पताल जाकर उनकी कुशलक्षेम पूछते। चिकित्सकों को निर्देश देते थे। एक बार जोशी ने शेखावत से कहा, आपसे मिलना है, सीएमओ आ जाऊं? उन्होंने मना कर दिया था। लेकिन अगले आधे घंटे में वे जोशी जी के घर पहुंच गए।

शेखावत बीमार थे, तब कांग्रेस सरकार गिराने में विफल रही
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने कहा कि भैरोसिंह शेखावत बीमार थे, तब उनकी सरकार गिराने की कोशिश हुई थी। राजे ने कहा कि उस समय जयपुर में अलग ही ऑपरेशन चल रहा था। कांग्रेस सरकार गिराने में विफल रही। बता दें कि एक दिन पहले गहलोत ने भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा था कि भैरोसिंह शेखावत की सरकार को उनके लोगों ने ही गिराने चाहा था। वसुंधरा राजे का गहलोत का जवाब माना जा रहा है।

गहलोत ने बीजेपी पर लगाए थे आरोप
आपको बता दें कि बीते दिनों गहलोत ने राजे का नाम लेकर कहा था कि 2020 में सरकार को बचाने में अहम भूमिका रही। जिसके बाद राजे ने इसे अपने खिलाफ साजिश करार दिया और कहा मेरा जितना अपमान गहलोत ने किया है उतना आज तक किसी ने नहीं किया।