जयपुर। प्रदेश में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले है। ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच चुनावी घमासान जारी है। अशोक गहलोत सरकार पर बीजेपी महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर हमलावर हो रही है। इस बीच प्रदेश के नागौर जिले के लाडनूं पुलिसथाना क्षेत्र से एक इंसानियत को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां एक नाबालिग सहित तीन युवकों ने 16 साल की नाबालिक बच्ची को घर से अगवा जंगल में ले जाकर गैंगरेप किया। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ लिया है। वहीं, सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को सिर्फ अपनी सत्ता बचाने की चिंता है।

बेटियों की अस्मत की नहीं, कांग्रेस को सिर्फ कुर्सी की चिंता
बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे ने कहा कि राजस्थान में बच्चियों के खिलाफ बढ़ रही जघन्य अपराध की घटनाएं चिंतित करने वाली हैं। उन्होंने कहा कि लाडनूं में बच्ची से दुष्कर्म की घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कांग्रेस सरकार को सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने की चिंता है, बेटियों की अस्मत की नहीं।

फिर खुली कांग्रेस सरकार के सुरक्षा दावों की पोल
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने लाडनूं में नाबालिग बालिका से सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर दुख जताते हुए कांग्रेस सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया है। वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर लिखा कि एक ओर जहां कांग्रेस नारी सुरक्षा के झूठे दावे कर वोट मांग रही है, वहीं दूसरी ओर नागौर के लाडनूं में नाबालिग बालिका से सामूहिक दुष्कर्म की वारदात ने कांग्रेस सरकार के सुरक्षा दावों की पोल खोल दी है।

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महिला अपराध में प्रदेश को बना दिया नंबर वन
राजे ने आगे लिखा, दुष्कर्म के बाद बदमाश जिस गाड़ी से भागे उस पर कांग्रेस के बैनर और पोस्टर लगे होने की सूचना भी है, जो कि चिंताजनक है। कांग्रेस की कथनी और करनी में कितना अंतर है, प्रदेश की जनता इस घटना से अंदाजा लगा सकती है। जिस कांग्रेस ने पांच साल में राजस्थान को महिला अपराध में नम्बर 1 बना दिया। सोचिए, ऐसी सरकार आगे बनी रही तो बहन-बेटियों की क्या दुर्दशा होगी।

पूरी तरह चौपट हो चुकी है कानून व्यवस्था
वसुंधरा राजे ने कहा, राज्य की गहलोत सरकार ने राज्य पुलिस को विधायकों पर नजर रखने और बाड़े बंदी की देखरेख में लगा दिया है, इसलिए अपराधी बेखौफ हो गये हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है और पूरी सरकार और पूरा प्रशासन राज्यसभा चुनाव में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि विधायकों को डराया धमकाया जा रहा है।

आधी रात को घर से उठा ले गए लड़की
इस घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में लोग लाडनूं के सरकारी अस्पताल पहुंच कर प्रदर्शन करने लगे। पीड़िता के पिता ने पुलिस थाने में शिकायत करते हुए बताया कि रविवार की रात 11:30 बजे तीन युवकों ने घर से मेरी नाबालिग बेटी का अपहरण कर लिया। इसके बाद सूनसान इलाके में ले जाकर तीनों ने उसके साथ गैंगरेप किया। उसके बाद रात लगभग 1:00 बजे मोहल्ले में बच्ची को छोड़ कर मौके से फरार हो गए।

भीड़ देखकर लड़की को गली में फेंका
रिपोर्ट में बताया कि 11:30 बजे दरवाजे के पास आवाज होने पर बाहर जाकर देखा तो गेट खुला हुआ था। घर के अंदर देखा तो बच्ची नहीं थी। बाहर आकर देखा, लेकिन बच्ची वहां भी नहीं मिली। इसके बाद मोहल्ले के लोग इकट्ठा होकर बच्ची की तलाश करने लगे, लेकिन बच्ची कहीं नहीं मिली। इसके बाद मोहल्ले के सभी लोग बाहर खड़े थे, तभी रात 1:00 बजे गली में एक कार आई और मेरी बेटी को सड़क पर पटककर चली गई। मोहल्ले के लोगों ने कार का पीछा किया, लेकिन आरोपी भाग गए।

डरा धमका कर किया दुष्कर्म
घटना के बाद से ही पीड़िता काफी घबराई हुई थी, घरवालों ने पूछा तो बताया कि पड़ोस के रहने वाले लड़के ने उसे बाहर बुलाया था। वह बाहर गई तो उसके साथ दो लोग और थे। तीनों मुझे बहला-फुसला कर गाड़ी में ले गए। इसके बाद तीनों ने डरा धमका कर मेरे साथ गलत काम किया। मेरी तबीयत खराब होने पर गली में छोड़ फरार हो गए। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं तीसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।