अशोक गहलोत सरकार ने उस घटना की जांच के आदेश दिए हैं जिसमें मंगलवार को परबतसर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ‘चुनावी रथ’ का ऊपरी हिस्सा बिजली के तार के संपर्क में आ गया था। हालांकि, कोई अप्रिय घटना नहीं घटी और मंत्री समेत सभी लोग सुरक्षित रहे।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह विभाग ने अजमेर के संभागीय आयुक्त को घटना की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कल रात कहा था कि घटना की जांच की जाएगी। पुलिस ने बताया कि यह घटना तब हुई जब शाह का काफिला बिदियाद गांव से परबतसर की ओर जा रहा था। उनका काफिला एक गली से गुजर रहा था तभी रथ का ऊपरी हिस्सा तार से छू गया और चिंगारी निकली।

रथ गुजरने के बाद तार टूटकर सड़क पर गिर गया। रथ के पीछे की बाकी गाड़ियाँ तुरंत रुक गईं और बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई। शाह दूसरे वाहन से परबतसर पहुंचे। शाह ने मंगलवार को नागौर के कुचामन, मकराना और परबतसर में भाजपा उम्मीदवारों के समर्थन में तीन रैलियों को संबोधित किया।

बता दें कि मंगलवार को चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह का रथ बिजली लाइन से छू गया था, लेकिन इस दौरान कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। परबतसर के डांकोली इलाके में पार्टी का रथ जिसमें अमित शाह सवार थे, बिजली की एलटी लाइन से छू गया। इससे तार में स्पार्किंग हुई और टूट गया। यह देख काफिले में शामिल पुलिस प्रशासन परेशान हो गया और वहां हंगामा मच गया। इसके बाद अमित शाह को रथ से उतारकर दूसरे वाहन से सभा स्थल तक ले जाया गया।