एसीबी मुख्यालय जयपुर के निर्देश पर जयपुर नगर-3 यूनिट ने शुक्रवार को टोंक जिले में ट्रैप ऑपरेशन किया। इस बीच, एसीबी ने नगर परिषद आयुक्त अनीता खींचड़, एलडीसी मोहम्मद सलीम और नगर परिषद सफाईकर्मी ओमदेव नगर को शिकायतकर्ता से एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

फोटोग्राफी-वीडियोग्राफी के बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगी गई

एसीबी राजस्थान के हेमंत प्रियदर्शी (अतिरिक्त प्रभार महानिदेशक) ने बताया कि एसीबी की जयपुर सिटी-तीन इकाई को रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी. शिकायतकर्ता ने शिकायत में कहा था कि उसने नगर परिषद टोंक में बनास महोत्सव के दौरान फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, मंचीय कार्यक्रम व अन्य कार्य करवाए थे। उसका बिल चुकाने के एवज में कमिश्नर अनीता खींचड़ द्वारा एक लाख रुपये रिश्वत की मांग कर उसे परेशान किया जा रहा है।

परिवादी से एक लाख रु. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया

शिकायत पर एसीबी जयपुर के डीआईजी पुलिस कालूराम की देखरेख में एसीबी की जयपुर नगर-तृतीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुलदीप के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। उसके बाद शुक्रवार को डिप्टी एसपी पुलिस सुरेश स्वामी ने टीम के साथ टोंक में ट्रैप कार्रवाई की। उधर, नगर परिषद आयुक्त चूरू जिले के राजगढ़ निवासी अनीता खींचड़, टोंक की नई कॉलोनी गड्डा पहाड़िया निवासी कनिष्ठ लिपिक मोहम्मद सलीम और टोंक के विजयनगर निवासी सफाई कर्मचारी ओमदेव नागर को परिवादी से एक लाख रु. रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया और हिरासत में लिया गया। अग्रिम कार्रवाई चल रही है।

रिश्वत मामले में आरोपितों से पूछताछ जारी है

एसीबी के आईजी पुलिस सवाई सिंह गोदारा के निर्देश पर आरोपियों से पूछताछ व आवास सहित अन्य जगहों पर छापेमारी जारी है। एसीबी भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर मामले की आगे की जांच करेगी। एसीबी एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने प्रदेश की जनता से एसीबी की टोल फ्री हेल्पलाइन 1064 और व्हाट्सएप हेल्पलाइन 94135-02834 पर चौबीसों घंटे संपर्क कर भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान में सहयोग करने की अपील की है। एसीबी राज्य के साथ-साथ केंद्रीय कर्मचारियों-अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अधिकृत है।