अलवर में एक बेटे ने अपनी ही मां की पीट-पीटकर हत्या कर दी। चीखने की आवाज सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो मां जमीन पर मृत पड़ी थी। ग्रामीणों ने भागने का प्रयास कर रहे युवक को पकड़ लिया। पुलिस को सौंप दिया। आरोपी बेटा 15 दिन पहले ही चोरी के मामले में जेल से छूटा था। मामला बानसूर के बासना गांव का है। बानसूर थाना प्रभारी हेमराज सराधना ने बताया- घटना गुरुवार रात 8 बजे की है। घटना के वक्त घर पर सिर्फ आरोपी बेटा रोहित (20) और मां ही थे। इसी बीच दोनों के बीच बहस हो गई। आरोपी बेटे ने अपनी मां चमेली जाट (60) की लात-घूंसों से मारकर हत्या कर दी।

घटना को लेकर आरोपी युवक के बड़े भाई पृथ्वी पुत्र मूलाराम ने अपने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। सरपंच सतपाल चौधरी ने बताया- रोहित दो दिन से अपनी मां से झगड़ रहा था। गुरुवार दोपहर दोनों के बीच हुए झगड़े से परेशान होकर आरोपी युवक की भाभी नीमराणा के केशवाना स्थित अपने पति के पास चली गई। उसका पति मजदूरी करता है।

इस बीच गुरुवार की शाम भी युवक शराब पीकर घर लौटा। भाभी के घर छोड़ने को लेकर झगड़ा हुआ। सरपंच ने बताया- युवक की अपनी ही भाभी पर बुरी नजर थी। इसके लिए मां ने बेटे को टोका था। इसके बाद झगड़ा बढ़ गया।
पहले तो हमने इसे रोज़ का झगड़ा समझकर नज़रअंदाज़ कर दिया। बाद में झगड़ा बढ़ने पर वे मौके पर पहुंचे। तब तक आरोपी रोहित ने अपनी मां की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी. जब रोहित भागने लगा तो अन्य ग्रामीणों की मदद से उसे पकड़ लिया गया। पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही महिला के शव को बानसूर अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।

सरपंच सतपाल चौधरी ने बताया कि आरोपी बेटा रोहित मंदिर से मूर्ति और पीतल का घंटा चोरी करने के आरोप में 42 दिन जेल में रह चुका है। 15 दिन पहले ही वह जेल से छूटा था। जेल से छूटने के बाद वह रोजाना अपनी मां से झगड़ा करता था।