जयपुर के झोटवाड़ा इलाके में निर्माणाधीन 3 मंजिला दुकान की दूसरी मंजिल की छत डालते वक्त गिर गई। मलबे में दबे 6 मजदूरों को गम्भीर हालत में रेस्क्यू कर ई-रिक्शा से अस्पताल भेजा गया है।

हादसे में 6 लोगों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अस्पताल भेजा गया है। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस व सिविल डिफेंस ने घायलों को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज चल रहा है। झोटवाड़ा थानाध्यक्ष घनश्याम सहित पुलिस अधिकारी, कर्मचारी मौके पर पहुंचे। सिविल डिफेंस इंस्पेक्टर भीमसिंह मीणा ने बताया कि निवारू रोड स्थित दुकान की छत डालने के दौरान गिर गई। जिससे वहां काम कर रहे मजदूर उसके नीचे दब गए। सिविल डिफेंस की टीम ने 6 मजदूरों को रेस्क्यू कर अस्पताल भिजवाया है।हादसे के बाद आसपास से जुटे लोगों ने भी मजदूरों को खोजने में मदद की।

मजदूरों को शास्त्रीनगर कांवटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया

झोटवाड़ा थाना पुलिस ने सिविल डिफेंस की टीम की मदद से घायलों को बाहर निकाला। घायल मजदूरों को शास्त्री नगर के कावटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल मजदूरों में एक की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक हादसा दूसरी मंजिल की छत डालने के दौरान हुआ। पुलिस ने बताया कि हादसा निवारू रोड पर प्रताप डेयरी के पास हुआ। झोटवाड़ा निवासी मनोज की प्रताप डेयरी के पास तीन दुकानें हैं।

तीनों दुकानों के ऊपर दूसरी मंजिल का निर्माण कार्य चल रहा है। शनिवार दोपहर दुकानों की छतें डाली जा रही थी। दोपहर करीब 1 बजे दुकान की छत डालते समय अचानक वह गिर गयी। हादसे में छत समेत 6 मजदूर मलबे में दब गए। अचानक छत गिरने से आसपास के लोगों में हड़कंप मच गया। झोटवाड़ा थाना पुलिस ने सिविल डिफेंस टीम को सूचना दी। पुलिस ने लोगों के साथ मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।

करीब आधे घंटे में मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला

पुलिस ने सिविल डिफेंस की टीम की मदद से करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद मलबे में दबे 6 मजदूरों को बाहर निकाला। फिर उन्हें तुरंत कांवटिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे में मजदूर दिनेश, प्रदीप, इंद्रराज, जोनी, धर्मराज व कारीगर ओमप्रकाश घायल हो गए। इनमें दिनेश की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। पुलिस प्रथम दृष्टया हादसे का कारण घटिया निर्माण सामग्री का इस्तेमाल और खंभे का कमजोर होना मान रही है।