कोटा. हाड़ौती अंचल में एक दिन की राहत के बाद फिर से बुधवार को मौसम बिगड़ गया। शाम ढलने के बाद अंधड़ के साथ बारिश व ओलावृष्टि हुई। इससे किसानों की नींद उड़ गई। बारिश व ओलावृष्टि से किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया।

कोटा में सुबह मौसम साफ रहा। धूप खिली, लेकिन दोपहर बाद वापस बादल छाए रहे। शाम पांच बजे बाद अंधड़ आया। अंधड़ के साथ कुछ समय के लिए तेज गर्जना के साथ बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के अनुसार, कोटा का अधिकतम तापमान एक डिग्री गिरकर 29.6 व न्यूनतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा की रफ्तार 14 किमी प्रति घंटे की रही।

कोटा जिले के सांगोद क्षेत्र में तेज हवा, आकाशीय बिजली व गर्जनाओं के साथ करीब आधे घंटे तक बारिश से खेतों में फसलों को खासा नुकसान पहुंचा। तेज हवा से खेतों में कटी फसलों के ढेर उड़ गए तो बारिश से फसल भी भीग गई। धूलेट व अन्य गांवों में चने के आकार के ओले गिरे। खेतों में पकी-पकाई गेहूं, सरसों व चने की फसल आड़ी पड़ गई। चेचट क्षेत्र में बीस मिनट तेज ओलावृष्टि हुई। मंडाना कस्बे में बारिश के साथ ओले गिरे।

बारां जिले में बारां, अंता, सीसवाली, शाहबाद, पलायथा, गऊघाट, शेरगढ़, बड़ौरा, केलवाड़ा, मांगरोल आदि जगहों पर आधा घंटे से अधिक तेज बारिश हुई। इससे सड़कों पर पानी बह निकला। बारां में कृषि उपज मंडी में नीलामी के बाद भरे हुए जींस की बोरियां व कट्टे भीग गए। पिछले 4 दिन से हो रही बारिश ने किसानों की नींद उड़ा दी। बारिश के चलते कई गांवों की विद्युत आपूर्ति बाधित रही। बारिश से खेतों में कटी चना, गेहूं, धनिया व सरसों में व्यापक नुकसान हुआ है।

बूंदी जिले के नमाना, बरुन्धन, बरड़ में अंधड़ आया। बादलों की गर्जना के साथ बारिश हुई। डाबी में तेज बारिश से फसलें आड़ी पड़ी गई। खटकड़, केशवरायपाटन में रिमझिम बारिश हुई। खटकड़ क्षेत्र के अजेता गांव में बैर के आकार के ओले गिरे।

झालावाड़ शहर में शाम को जोरदार बारिश हुई। सड़कों पर पानी बह निकला। सुनेल में तेज हवा के साथ बारिश हुई। पनवाड कस्बे में आधे घंटे से झमाझम बारिश के बीच चने के आकार के ओले गिरे। जिले में पिछले तीन दिन से मौसम बदला हुआ है। कई गांव में तेज अंधड़, बारिश, ओलावृष्टि से फसलों में काफी नुकसान हुआ।