कोटा। कोचिंग सिटी के तौर पर अपनी पहचान बनाने वाले कोटा शहर में छात्रों द्वारा की जाने वाली आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुसाइट के मामले कम होने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं। कोटा में एक और कोचिंग स्टूडेंट ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। स्टूडेंट के पास सुसाइड नोट मिला। कोचिंग सिटी में छात्र के सुसाइड का एक और मामला सामने आने से पुलिस-प्रशासन सकते में है। वहीं पुलिस प्रशासन और कोचिंग प्रबंधन लगातार बच्चों की काउंसलिंग कर रहा है ताकि वह अवसाद के चलते इस तरह का कदम ना उठाए।

यूपी के बदायूं का रहने वाला था छात्र
उत्तर प्रदेश के बदायूं का रहने वाला 17 साल का अभिषेक उद्यान नगर इलाके के हॉस्टल में रहता था। वह दो साल से कोटा में रह रहा था। अभिषेक एलन कोचिंग से नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) की तैयारी कर रहा था। वह पिछले कुछ समय से कोचिंग नहीं जा रहा था और हॉस्टल से ही ऑनलाइन क्लास ले रहा था।

सुसाइड नोट में लिखा- ‘मुझे माफ कर देना’
छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। छात्र के कमरे से कुन्हाड़ी थाना पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें उसने परिवार के लिए कई बातें लिखी हैं। लिखा- मैं अपनी मौत का खुद जिम्मेदार हूं, मेरे ऊपर किसी का दबाव नहीं था। सॉरी दीदी, सॉरी मम्मी-भाई, सॉरी दोस्तों। घटना कुन्हाड़ी इलाके में बुधवार रात की है।

कमरे से आने लगी थी बदबू
स्टूडेंट ने सुसाइड किए जाने की जानकारी उसके साथी ने हॉस्टल संचालक सुमित को दी, उसके बाद कमरे में देखा तो वह फांसी लगाकर पंखे से लटका हुआ था। पुलिस ने वीडियोंग्राफी कराने के बाद शव उतारा और एमबीएस लेकर गए। प्रथम दृष्टया माना जा रहा है कि अभिषेक ने बुधवार को ही आत्महत्या कर ली थी और गुरूवार रात 9 बजे पुलिस को सूचना दी, उसके कमरे से शव की बदबू आने लगी थी।

बोला था- मैं खाना खाने नहीं आऊंगा
हॉस्टल में खाने की सप्लाई देने वाले राजेंद्र ने बताया कि मंगलवार को उसने खाना खाया था। बुधवार को 4 बजे उसने बताया था कि वह खाना खाने नहीं खाएंगा। उसके पास दो नंबर थे। उसने मुझे जो नंबर दे रखा था वह नंबर बंद रहता था। दूसरे नंबर से कॉल करता था। उसने कहा था कि मैं पढ़ाई करूंगा, इसलिए खाना नहीं खाऊंगा। 8 दिन पहले वह लेट खाना खाने आया था। तब उससे देरी से आने का कारण पूछा था। उसने बताया था कि वो दोस्त को दिखाने गया था।

बच्चों की सुसाइड रोकने के लिए बने पॉलिसी : मृतक के पिता
मृतक अभिषेक के पिता आराम सिंह यादव ने कहा कि कोटा में सुसाइड के मामले बढते जा रहे हैं, केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार दोनों को इस विषय में सोचना चाहिए कि आखिर पढाई का इतना प्रेशर क्यों हो रहा है। हम बच्चों को कैसे पालते हैं बडा करते हैं, लेकिन प्रशासन कोई ध्यान नहीं देता ना ही कोचिंग संस्थान बच्चों पर ध्यान देते हैं। उन पर लगातार प्रेशर रहता है जिस कारण वह सुसाइड करते हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे बच्चों को बचाने के लिए कोई पॉलिसी बननी चाहिए।

2 महीने में 5 सुसाइड के केस
1. 14 जनवरी को यूपी निवासी अली राजा ने सुसाइड किया। कोटा में रखकर JEE की तैयारी कर रहा था। जो पिछले 1 महीने से कोचिंग नहीं जा रहा था।
2. 15 जनवरी को उत्तरप्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले रणजीत (22) फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। स्टूडेंट के पास सुसाइड नोट मिला। लिखा- मैं विष्णु का अंश हूं, मैं भगवान से मिलने जा रहा हूं। मामला कुन्हाड़ी इलाके का था।
3. 19 जनवरी को जवाहर नगर थाना क्षेत्र में एक स्टूडेंट ने सुसाइड की कोशिश की है। स्टूडेंट ने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा ली। समय रहते स्थानीय लोगों ने उसे बचाया और हॉस्पिटल पहुंचाया। स्टूडेंट बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले का रहने वाला है।
4. 29 जनवरी को विज्ञान नगर इलाके में कोचिंग स्टूडेंट ने सुसाइड की कोशिश की। स्टूडेंट हॉस्टल की चौथी मंजिल की बालकनी से नीचे कूद गया था। गंभीर हालत में उसे प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। स्टूडेंट के बालकनी से गिरते हुए का CCTV फुटेज भी सामने आया था।
5. 8 फरवरी को कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के लेडमार्क सिटी इलाके में एक छात्रा ने मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के 10वें माले से कूदकर सुसाइड कर लिया। छात्रा कृष्णा (17) बाड़मेर की रहने वाली थी।