जयपुर। रीट लेवल-2 में अब तक हुई जांच के बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं, लेकिन रीट लेवल-1 की जांच की मांग भी लगातार उठाई जा रही है। इसी मांग के बीच माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े करने वाले कुछ मामले सामने आए हैं, जिनमें एक ही अभ्यर्थी द्वारा आधा दर्जन से ज्यादा आवेदन करने के बाद सभी आवेदनों पर प्रवेश पत्र जारी किया गया और सभी का परीक्षा केन्द्र भी जयपुर में एक ही लॉ कॉलेज में दिया गया। अब इस पूरी प्रक्रिया को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।

सभी आवेदन में फोटो और मोबाइल नंबर अलग—अलग
दरअसल, 34 साल के बालकिशन के इन सभी आवेदन में फोटो और मोबाइल नंबर अलग-अलग और माता-पिता का नाम व उम्र एक बताई ही है। बोर्ड के नियम के अनुसार एक अभ्यर्थी के एक से ज्यादा आवेदन होने पर उन्हें निरस्त कर उसका सिर्फ एक ही आवेदन मान्य होता है।

आवेदन के आधार पर 6 प्रवेश पत्र जारी
बालकिशन के मामले में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने ऐसा नहीं किया। बालकिशन को जयपुर के ही लॉ कॉलेज में 6 आवेदन के आधार पर छह प्रवेश पत्र जारी कर दिए। ऐसे में लेवल-1 की परीक्षा भी अब SOG के दायरे में आ गई हैं।

जांच में जुटी SOG की टीम
बालकिशन का प्रवेश पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब SOG की टीम भी इस पूरे मामले की जांच में जुटी है। बालकिशन के सभी छह आवेदन पर एक ही परीक्षा केंद्र मिलने के बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड और प्रदीप पाराशर की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। रीट में कुल 6 आवेदन करने वाले बालकिशन की तस्वीरों में काफी बदलाव है। जबकि माता-पिता समेत मूल जानकारी सभी की एक जैसी है।