उदयपुर। प्रदेश में कांग्रेस राज में अपराधियों के हौंसले काफी बुलंद हो गए है। अब बदमाश पुलिस पर भी हमलाकर पिटाई करने लग गए है। हाल ही में उदयपुर से एक ऐसी घटना सामने आए है। हिस्ट्रीशीटर और उसके आरोपी बेटे को पकड़ने गई पुलिस टीम को बदमाशों ने घेरकर पीटा और फायरिंग भी की। ग्रामीणों ने इस दौरान पुलिसकर्मियों पर बुरी तरह से पथराव किया और भागने के समय चाकुओं से भी हमला बोल दिया। इस हमले में सर्किल इंस्पेक्टर(CI) सहित सात पुलिसवाले घायल हो गए। आईजी ने बताया कि पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस पर चाकूओं से हमला
दबिश के दौरान अपराधियों और उनके परिवार द्वारा पुलिस पर हमला किया गया। बदमाशों ने घेराबंदी कर पुलिस जवानों पर चाकूओं से भी वार किए। मांडवा थाना पुलिस पर हुई फायरिंग में थाना अधिकारी उत्तम सिंह और एक जवान को लेकर पुलिस हॉस्पिटल एमबी हॉस्पिटल में पहुंची और भर्ती कराया। इस दौरान आईजी अजय पाल लांबा हॉस्पिटल में मौजूद रहे। अन्य घायलों को भी एमबी हॉस्पिटल लाया गया।

घायल पुलिसकर्मी अस्पताल में भर्ती
इस हमले में थाना अधिकारी उत्तम सिंह मेडतिया और कॉन्स्टेबल मनोज की हालत गंभीर बनी हुई है। मारपीट में एएसआई सूरजमल मीणा, कांस्टेबल मुरलीधर, सोहनलाल, प्रभुलाल, देवेन्द्र और महेन्द्र कुमार को भी चोटें आई हैं। इन सभी का इलाज उदयपुर के महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में चल रहा है।

पुलिस से छीने थे हथियार
इस दौरान ग्रामीणों ने पुलिस से उनके हथियार भी छीन लिए। पुलिस से एक SLR राइफ़ल और एक पिस्टल छीनी थी। हमले में SHO सहित 4 जवान घायल हुए। उपचार हेतु सभी को उदयपुर लाया गया। पुलिस अधीक्षक और अन्य अधिकारी मौक़े के लिए रवाना हो गए। हमला गुरुवार शाम 7.30 बजे उदयपुर से 100 किलोमीटर दूर आदिवासी क्षेत्र मांडवा कोटड़ा में हुआ।

30 लोगों ने घेराबंदी कर किया हमला
मांडवा थाना पुलिस पर हुई फायरिंग के मामले में बयान देते हुए आईजी अजयपाल लांबा ने कहा कि प्राइमरी मेडिकल जांच में किसी के भी गोली लगने की पुष्टि नहीं हुई। हालांकि डिटेल मेडिकल इन्वेस्टिगेशन में हकीकत सामने आएगी। मांडवा थाना अधिकारी सहित 7 पुलिस जवानों का एमबी चिकित्सालय में उपचार जारी है। बदमाशों को पकड़ने गई थी। पुलिस की टीम कुख्यात अपराधी रणीया और उसके बेटे सहित करीब 30 लोगों ने पुलिस पर हमला किया था।

हिस्ट्रीशीटर रणिया का इलाके में खौफ
रणिया नाम के व्यक्ति और उसके पुत्र खाजरू का पूरे कोटड़ा क्षेत्र में खौफ है। इनके खिलाफ लूट, हत्या, डकैती आदि के कई मामले दर्ज हैं। पूरे क्षेत्र में लोग इनके खिलाफ बोलने और आवाज उठाने से डरते हैं। ये अपराधी हथियारों से लैस रहते हैं और अपने साथ पूरी गैंग लेकर चलते हैं।