जयपुर। कोविड-19 महामारी के बीच जेईई मेन परीक्षा आज से शुरू होने जा रही है। इस परीक्षा के लिए 8.58 लाख पंजीकृत हैं। जेईई परीक्षा के लिए शिफ्ट 8 से बढ़ाकर 12 और परीक्षा केंद्र 570 से बढ़ाकर 660 किए गए हैं। कोरोना काल में अधिकांश छात्र अपना पहला एग्जाम दे रहे होंगे। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन मंंगलवार से 6 सितंबर तक 2 शिफ्टों में सुबह 9 से 12, दोपहर 3 से 6 बजे के बीच होगी। परीक्षा देश के 224 शहरों में 660 परीक्षा केंद्रों पर हो रही है। एक सितंबर को बीआर्क एवं बी-प्लानिंग का एग्जाम है। 2 से 6 सितंबर को बीई-बीटेक परीक्षा 489 परीक्षा केंद्रों तथा साथ ही विदेशों के 8 शहरों में भी आयोजित होगी। राजस्थान के 33 में से केवल 9 जिलों में ही जेईई मेन के 19 सेंटर बनाए गए हैं। जिनपर करीब 45 हजार स्टूडेंट्स एग्जाम देंगे। मेन के लिए 24 जिलों के स्डूडेंट्स को दूसरे शहरों से सफर करना पड़ेगा। कई स्टूडेंट्स को एग्जाम देने के लिए 250 से 300 किमी दूर जाना पड़ेगा। सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि बसें और ट्रेनें सीमित संख्या में ही चल रही हैं। इसकी वजह से सेंटर पर पहुंचना भी अपने आप में एक चुनौती है।

सेंटर पर दिए गए मास्क
जयपुर की कूकस स्थित आर्य इंजीनियरिंग कॉलेज में जेईई का एग्जाम सेंटर बनाया गया है। जहां पर कोरोना संक्रमण को देखते सभी सुविधाएं की गई हैं। यहां पर हाथ सैनिटाइज के लिये चार मशीनें लगाई गई है। 4 लाइन बनाई गईं। जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए पहले छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद उनके डॉक्यूमेंट चेक करने के बाद हैंड सैनिटाइज करवाए गए। साथ ही छात्रों को मास्क भी दिए गए। एग्जाम सेंटर के बाहर परीक्षा देने आए छात्रों के परिवार के लोग कोरोना पर चर्चा करते भी दिखे। इस दौरान लोग कहते दिखे कि जब कुछ लोगों को कोरोना था तब तो आपने लॉकडाउन लगा दिय। अब इतना बढ़ गया है तब भी सब कुछ चल रहा है।

रोडवेज में निशुल्क यात्रा की व्यवस्था
परीक्षार्थियों के लिए राजस्थान रोडवेज प्रशासन द्वारा निशुल्क बस यात्रा की व्यवस्था की गई है। जेईई परीक्षा का प्रवेश पत्र दिखाने पर परिचालक और बुकिंग केंद्र पर दिखाना अनिवार्य होगा। जिस पर परिक्षार्थियों के लिए 0 राशि का टिकट दिया जा रहा है। गृह विभाग के प्रमुख शासन सचिव अभय कुमार ने बताया कि जेईई और नीट अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों के लिए राज्य में लॉकडाउन लागू नहीं माना जाएगा। उन्होंने बताया कि नीट और जेईई के अभ्यर्थी और उनके अभिभावकों के लिए एडमिट कार्ड की हार्ड या सॉफ्ट कॉपी को वैध पास माना जाएगा।