जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनाव से पहले सूबे में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीजेपी की बैठक में शामिल होने के बाद दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में राज्य में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। राजे अलवर जिले के बरवा डूंगरी गांव में नारायणी माता मंदिर में सेन समाज द्वारा आयोजित पदयात्रा समापन समारोह में बोल रही थीं। बता दें कि नाराज चल रही पूर्व सीएम राजे को मनाने के लिए बीते दिनों गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुलाकात की थी।

फिर बनेगी बीजेपी की सरकार, प्रदेश का होगा विकास
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अलवर जिले के बरवा डूंगरी गांव में नारायणी माता मंदिर में सेन समाज द्वारा आयोजित पदयात्रा समापन समारोह में कहा है कि राज्य में फिर से भाजपा की सरकार आएगी और फिर से विकास होगा। रुके हुए विकास कार्यों को भी गति मिलेगी।

भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं
वसुंधरा राजे ने कहा कि संकट के समय भगवान हर स्तर पर भक्तों की मदद करते है, जैसे भगवान श्री कृष्ण ने सेन महाराज का रूप धारण कर उनकी मदद की। पूर्व सीएम ने कहा कि भगवान कि भक्ति कभी व्यर्थ नहीं जाती, भगवान के घर देर हो पर अंधेर नहीं होती। राजस्थान में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं।

सीएम रेस में हुई वसुंधरा की वापसी
राजस्थान की राजनीति में वसुंधरा बीजेपी की सबसे बड़ी नेता हैं। प्रदेश में अब भी उनको भीड़ जुटाने वाली नेता के तौर पर जाना जाता है। पार्टी पॉलिटिक्स में वो भले ही खुद को साइड लाइन समझ रहीं थीं, लेकिन समर्थकों के बीच उनकी लोकप्रियता बनी हुई है और माना जा रहा है कि इसी लोकप्रियता की बदौलत उन्होंने चुनावी रेस में वापसी की है। माना जा रहा है कि आरएसएस नेताओं ने वसुंधरा की पैरवी की है।

राजे के बिना बीजेपी की राहे मुश्किल
संघ का भी मानना है कि बिना क्षेत्रीय क्षत्रप को आगे रखे सिर्फ प्रधानमंत्री के नाम पर विधानसभा का चुनाव नहीं जीता जा सकता। कर्नाटक की हार के बाद संघ के मुखपत्र में ये बातें कही गईं थीं। राजस्थान में आरएसएस की जड़ें गहरी हैं। बीते काफी दिनों से राजे के समर्थन उनको एक बार फिर से सीएम चेहरा घोषित करने की मांग कर रहे है। बता दें कि मैडल में दो बार राज्य की मुख्यमंत्री रह चुकी है। राजनीतिक अनुभव के साथ साथ उनकी जनता में भी अच्छी पकड़ है। ऐसे राजे को तीसरी बार सीएम चेहरा घोषित करना चाहिए।

महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर कांग्रेस पर साधा
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने महिला संबंधी अपराधों को लेकर राजस्थान की कांग्रेस सरकार की आलोचना की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जब महिलाओं के खिलाफ अन्याय अपने चरम पर पहुंच जाता है, तो महिलाओं के लिए खड़े होने का समय आ गया है। राजे ने महिलाओं की ताकत की तुलना देवी महिषासुर मर्दिनी से की, जिन्होंने राक्षस महिषासुर को तब हराया जब देवता असहाय नजर आ रहे थे।

महिलाओं को स्वयं लेना होगा ए​क्शन
राजे ने महिलाओं के खिलाफ अपमान और बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और उन्हें ‘मातृशक्ति’ कहते हुए कहा कि अब अपनी गरिमा की रक्षा करने के लिए महिलाओं को स्वयं एक्शन लेना होगा। राजे ने महिलाओं के शारीरिक और मानसिक दोनों तरह की पीड़ा सहने के लंबे इतिहास पर प्रकाश डाला और जोर दिया कि उनकी सहनशीलता की एक सीमा होती है।

राजे समेत राजस्थान के नेताओं को ‘अचानक’ बुलाया दिल्ली
जानकारी के अनुसार रविवार को प्रस्तावित भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक से पहले राजस्थान के नेताओं की बैठक होगी। इस बैठक के लिए राजस्थान के कई नेता आज दिल्ली में जुटने जा रहे हैं। इनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल के अलावा कई अन्य भाजपा नेता शामिल रहेंगे।

अमित शाह और जेपी नड्डा भी होंगे शामिल
राजस्थान के नेताओं के साथ प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी और संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर भी मौजूद रहेंगे। बताया जा रहा है कि भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक से पूर्व आज केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री बी एल संतोष आज राजस्थान के नेताओं की बैठक ले सकते हैं।

‘पहली लिस्ट’ का काउंटडाउन शुरू
माना जा रहा है कि जिन सीटों पर सभी नेताओं की आम सहमति बनेगी उन्हें पहली सूची में शामिल करते हुए जारी कर दिया जाएगा। संभवतः अगले हफ्ते तक तो पहली सूची जारी होने लगभग तय माना जा रहा है। गौरतलब है कि भाजपा अब तक फाइनल उम्मीदवारों की मध्य प्रदेश में दो और छत्तीसगढ़ में एक सूची जारी कर चुकी है। यही कारण है कि राजस्थान भाजपा में पहली सूची जारी होने को लेकर बेसब्री से इंतज़ार हो रहा है।