जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया सोमवार (30 अक्टूबर) को औपचारिक रूप से शुरू हो गई। नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तारीख छह नवंबर है। राज्य में 25 नवंबर को मतदान डाले जाएंगे, जिसके नतीजे 3 दिसंबर को जारी किए जाएंगे। राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को झालरापाटन विधानसभा सीट से अपना नामांकन भर दिया। इसके बाद वह समर्थकों के साथ वह नामांकन पर्चा भरने पहुंची। इसके बाद वसुंधरा राजे ने मीडिया से बातचीत भी की। नामांकन से पहले वसुंधरा राजे ने झालावाड़ के राड़ी स्थित बालाजी मंदिर में पूजा-अर्चना की और भगवान का आर्शीवाद लिया।

वसुंधरा ने झालरापाटन से नामांकन किया दाखिल
सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शनिवार को झालरापाटन विधानसभा सीट से अपना नामांकन भर दिया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौके पर मौजूद रहे। वे 5 बार सांसद और 4 बार विधायक रही हैं। इस तरह झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से ये राजे का 10वां नामांकन है। वसुंधरा पिछले 34 सालों से इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। बता दे कि राजे अपनी परंपरागत सीट झालावाड़ जिले की झालरापाटन से ही चुनाव लड़ रही हैं।

राजे का यह 10वां नामांकन
वसुंधरा राजे ने कहा कि झालावाड़ से मेरा 10वां नामांकन है। पहला नामांकन नवंबर 1989 में सांसद के लिए भरा था। लगातार 5 बार सांसद और 4 बार विधायक चुनी गई। सांसद दुष्यंत सिंह को लगातार 4 बार सांसद बनाया। झालवाड़ के आशीर्वाद से 1998 में केंद्र में विदेश मंत्री बनी। उसके बाद केंद्र में लघु उद्योग, कृषि और ग्रामीण उद्योग, कार्मिक, लोक शिकायत, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री बनी।

राजे बोलीं- राजस्थान का नव निर्माण होगा
वसुंधरा राजे की सभा में भारी जन सैलाब उमड़ा और लोग नाचते गाते सभा में पहुंचे। इस दौरान वसुंधरा राजे ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि राजस्थान का नव निर्माण होगा, फिर से कमल खिलेगा और फिर से वैसा ही विकास होगा जैसा हमारी पिछली बीजेपी सरकारों में हुआ था।

‘पहली बार 1989 में यहां आई तो..’
अधिकांश प्रत्याशी नामांकन भरने से लेकर चुनाव परिणाम आने तक अपना रण क्षेत्र छोड़ कर कहीं नहीं जाते हैं। अपने क्षेत्र में ही डटे रहते हैं, लेकिन मैं सौभाग्यशाली हूं, कि मुझे पूरे समय झालावाड़ रुकने की आवश्यकता कभी नहीं हुई। पहली बार 1989 में यहां आई थी, तब मुझे ऐसा लगा था कि किसी गांव या कस्बे में आई हूं। कई रास्ते ऐसे थे, जहां सफर करना मुश्किल था, लेकिन आज उसी झालावाड़ से बड़े-बड़े हवाई जहाज उड़ान भर सकते हैं। ट्रैने दौड़ रही है। कोई बीमार होता था, तो उसे इलाज के लिए कोटा या जयपुर लेकर दौड़ना पड़ता था, आज उसी झालावाड़ में मेडिकल कॉलेज है, कैंसर अस्पताल है।

प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी
राजे अभूतपूर्व बहुमत के साथ 2003 और 2013 में प्रदेश की मुख्यमंत्री बनी। प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी। जब-जब भी मैंने नामांकन भरा झालवाड़ वासियों ने मुझसे एक ही बात कही, आपका काम नामांकन भरने का है, बाकी काम हमारा है। अब यहां से आप नहीं, हम चुनाव लड़ रहें हैं, झालावाड़ चुनाव लड़ रहा है।

राड़ी के बालाजी और मनसा पूर्ण हनुमान से लिया आर्शीवाद
नामांकन से पहले झालावाड़ में वसुंधरा राजे ने राड़ी के बालाजी मंदिर में जाकर पूर्जा अर्चना की और भगवान का आर्शीवाद लिया। इसके बाद उन्होंने मनसा पूर्ण हनुमान जी मंदिर में जाकर पूजा की। इसके बाद दोपहर 1:30 बजे नामांकन पर्चा भरने के लिए रवाना हुई। पूर्व सीएम ने खुद ये जानकारी तस्वीरों के साथ अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर शेयर की है।

रिटायरमेंट की अटकलों पर लगा विराम
हाल ही में मीडिया में खबरें उठ गई थी कि वसुंधरा राजे राजनीति से रिटायरमेंट लेने वाली हैं। इसी बीच राजस्थान की पूर्व सीएम और झालरापाटन से बीजेपी के उम्मीदवार ने अपना नामांकन दाखिल कर के सभी अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने रिटायरमेंट की बात से साफ इनकार कर दिया है।

रिटायरमेंट की बात दिमाग से निकाल दीजिए
वसुंधरा राजे ने शनिवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद मीडिया से कहा कि मैं अभी कहीं नहीं जा रही हूं। अभी तो मैं नॉमिनेशन करके ही बाहर निकली हूं तो कहीं भी रिटायरमेंट की बात अपने दिमाग में मत रखना। उन्होंने कहा कि झालावाड़ परिवार के सहयोग और आशीर्वाद से आज भाजपा प्रत्याशी के रूप में झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया है। आज मैं जो कुछ भी हूं, मेरे झालावाड़ परिवार की बदौलत ही हूं। इस दौरान उन्होंने कहा कि झालावाड़ मेरा परिवार है और इस परिवार में हम बहुत सी बातें करते हैं, जिनका कोई राजनीतिक अर्थ नहीं होता है। मैंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि बेटे दुष्यंत का भाषण सुनने के बाद और लोगों की प्रतिक्रिया देखकर मुझे खुशी हुई। एक मां के तौर पर मुझे खुशी हुई कि दोनों के बीच ऐसा समन्वय था।

9 नवंबर नाम वापस लेने की आखिरी तारीख
मुख्य चुनाव अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने कहा कि चुनाव के कार्यक्रम की अधिसूचना के बाद 30 अक्टूबर को सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी सार्वजनिक नोटिस जारी कर दिया गया है। वहीं, नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया के लिए 5 नवंबर को एक दिन की छुट्टी रहेगी। 7 नवंबर तक पर्चों की जांच की जाएगी और 9 नवंबर नाम वापस लेने की आखिरी तारीख होगी।

25 नवंबर को सुबह 7 बजे से वोटिंग
चुनाव आयोग द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान एक चरण में 25 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे के बीच ईवीएम के जरिए वोट डालकर आयोजित किया जाएगा। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।