The nomination process has begun for Rajasthan Assembly Elections 2018.

विधानसभा चुनावों के एलान होते ही बीजेपी ने राजस्थान की पहली सूची जारी कर दी है। राजस्थान में बीजेपी उम्मदवारों की पहली लिस्ट आने के बाद टिकट कटने से नाराज विधायकों ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा में बगावत का दौर शुरू हो गया है, टिकट कटने वालों ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए।

टिकट नही मिलने वालों में भरतपुर जिले की नगर से दो बार की विधायक अनिता सिंह गुर्जर, बानसून से पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा, जयपुर की झोटवाड़ा से पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, जयपुर के विद्याधरनगर से पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद वर्तमान विधायक नरपत सिंह राजवी का नाम सामने आया है।

जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को भाजपा ने जयपुर की झोटवाड़ा विधानसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है। इस बार भाजपा ने पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत का टिकट काटकर जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पर दाव खेला है। वहीं लंबे समय से झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय होकर कार्य कर रहे आशु सिंह सुरपुरा को भाजपा से टिकट नहीं मिलने से समर्थकों ने नाराजगी जाहिर की। आशु सिंह सुरपुरा के समर्थकों ने जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने पर आपत्ति जताई है। आशु सिंह ने भी अपने समर्थकों से कहा कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे उनका चुनाव चिन्ह और उनका चेहरा ही कार्यकर्ताओं का चिह्न है।

भरतपुर जिले की नगर से दो बार की विधायक अनिता सिंह गुर्जर ने साफ शब्दों में कहा कि वसुंधरा राजे का समर्थक होने के कारण उनका टिकट काट दिया गया। अनिता सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए। बानसून से पूर्व मंत्री रोहिताश्व शर्मा को टिकट नहीं दिया है। वह भी राजे समर्थक माने जाते हैं। देवली-उनियारा से घोषित प्रत्याशी विजय बैंसला का भी विरोध तेज हो गया है। हजारों समर्थकों ने टोंक प्रभारी रमेश बिधूड़ी के सामने नाराजगी जताई। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में जयपुर आने का आह्वान किया है।