जयपुर। डेढ़ महीने बाद मानसून सक्रिय हो रहा है। सावन निकलने के बाद भादो मेहरबान हो रहा है। प्रदेश में कई जिलोें बारिश हो रही है। राजधानी जयपुर में भी लगातार बारिश का दौर जारी है। शहर के परकोटा, आमेर, दिल्ली रोड, टोंक रोड, वैशाली नगर, अजमेर रोड, मालवीय नगर और जगतपुरा में जोरदार बारिश हुई। हालात यह रहे कि शहर की सड़कें लबालब हो गई। नालों से लेकर अंडपास और सड़कों पर जल भराव हो गया। विकास का जिम्मा संभालने वाला नगर निगम प्रशासन की कार्य करने की शैली पूरी तरह से बिगड़ी हुई है। हर साल करोड़ों रुपए खर्च कर साफ सफाई का दावा करने वाला निगम हर साल इस व्यवस्था में फैल हो रहा है। तेज बारिश के साथ ही नतीजा हमेशा यह होता है कि कुछ ही देर में शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से गड़बड़ा जाता है। इससे दोपहिया वाहन चालकों के साथ-साथ चौपहिया वाहनों की लंबी कतारें और जाम की स्थिति बन जाती है। शहर के वीवीआईपी माने जाने वाले जेएलएन मार्ग, सी स्कीम सहित अन्य जगहों पर यही आलम है।

दुकानों और घरों में घुसा दो फीट पानी
पानी भरने से जवाहरनगर, खोहनागोरियान, सांगानेर, परकोटा, सिविल लाइन, झोटवाड़ा, दिल्ली रोड, गोनेर रोड पर लोगों की हालत खराब हो गई। पानी की निकासी नहीं होने से घरों, दुकानों में पानी भर गया। कई घरों में दो फीट तक पानी भरने से लोगों का सामान भीग गया। अब लोगों को चिंता सताने लगी है कि जब कुछ देर की की बारिश में यह स्थिति है तो फिर जब कई घंटे बारिश होगी तो उस समय क्या हालात बनेंगे। बारिश ने पूरी व्यवस्थाओं की पोल खोल कर रख दी है। आमजन का कहना है कि हर साल सड़कें दरिया बना जाती है।

सिटी बस में पानी घुसा, यात्री सीटों पर खड़े हुए
शहर के परकोटे इलाके में जोरदार बारिश हुई। जल महल रोड पर पानी ज्यादा आने से यहां से निकल रही सिटी बस के अंदर पानी घुस गया। पानी इतना था कि सीटों पर आ पहुंचा। इससे यात्रियों में हड़कंप मच गया। यात्री सीटों पर खड़े हो गए। जलमहल रोड से निकलने के बाद बस से पानी बाहर निकला। इससे पहले सावन की आखिरी सोमवार को हुई बारिश के दौरान भी आमेर से सांगानेर जा रही बस में पानी घुस गया था। दिल्ली रोड पर लो फ्लोर बस में सड़क से तीन फीट से अधिक पानी बस में आ गया, जिससे सवारियों को पानी के बीच सफर करना पड़ा।

की जा रही है खानापूर्ति
वर्तमान समय मेें निगम नालों की सफाई के नाम पर महज खानापूर्ति कर रहा है। जिला प्रशासन भी निगम की कार्यशैली पर सवाल उठा चुका है। निगम कुछेक नाले साफ करने के बाद एक से दो दिनों तक कचरा वहीं छोड़ देता है जिससे यह फिर नाले में चला जाता है। जबकि तुरंत नाले की सफाई के साथ कचरा उठाया जाना चाहिए। सबसे ज्यादा विवादों में रहे करतारपुरा नाले के संरक्षण का जिम्मा बीते कई साल से निगम और जेडीए के पास है। लेकिन दोनों विभाग हर साल नाले की सफाई से लेकर हर तरह की दावे करते हैं लेकिन ठोस रणनीति फिलहाल नहीं बनाई गई। हालांकि यहां से एक युवक पहले कार सहित बह चुका है। उसके बावजूद प्रशासन इस तरह की लापरवाही कर रहा है।

10 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
राजस्थान में अगले 4-5 दिन तक मानसून सक्रिय रहने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। पूर्वी राजस्थान के भरतपुर समेत जयपुर, कोटा और उदयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश तो एक-दो स्थानों पर बहुत तेज बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 13-14 अगस्त को पूर्वी राजस्थान के आसपास अनुकूल भौगोलिक परिस्थितियों होंगी, जिसके प्रभाव से बारिश की गतिविधियों में और बढ़ोतरी होगी। प्रदेश में मानसून की सक्रियता के चलते झमाझम बारिश का दौर जारी है। मंगलवार को भी प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने इन 10 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार जयपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, भरतपुर, भीलवाड़ा, सवाईमाधोपुर, कोटा, बूंदी और राजसमंद में भारी बारीश हो सकती है। जबकी कुछ जिलों में भारी से भारी बारिश के आसार हैं।