राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही प्रदेश में यूरिया की किल्लत, बिगड़ती कानून व्यवस्था, स्वाइन फ्लू से इलाज के लिए जूझते मरीजों के बीच पर माननीय का विवादास्पद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। कांग्रेसी विधायक जौहरी लाल मीणा लोगों को वोट नहीं देने की उलाहना देते हुए कह रहे हैं कि तुमने जब मुझे वोट दिया ही नहीं तो काम की बात क्यों कर रहे हों।

अलवर जिले के राजगढ़—लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेसी विधायक जौहरी लाल मीणा का ये वीडियो हैं। वीडियो में विधायक अपने समर्थन में वोट नहीं देने से ग्रामीणों से नाराज है और कह रहे हैं कि जब आपने मुझे वोट दिया ही नहीं तो क्यों काम की उम्मीद करते हों। इतना हीं नहीं इस दौरान वे जातिगत राजनीति की बात भी करते नजर आ रहे हैं। वे कह रहे हैं राजपूत समाज कांग्रेस को वोट नहीं दे तो कोई बात नहीं क्योंकि, कांग्रेस ने उनका हक छीना है। लेकिन, एससी और एसटी तो कांग्रेस की देन है जो आज वे यहां तक पहुंचे हैं, और फिर भी आपने कांग्रेस को वोट नहीं दिया।
दरअसल, अलवर के बेरला गांव में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विधायक मीणा ने यह बात कहीं थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कांग्रेसी विधायक ग्रामीणों के बीच कह रहे हैं कि जब भैस दूध नहीं देती है उसको खल-काकड़ा (पशुआहार) कौन खिलाता है? आप लोगों ने मुझको नाम मात्र के वोट दिए हैं जबकि बसपा के बन्ना राम और बीजेपी के विजय मीणा को अधिक वोट दिए हैं। इसलिए आप मुझसे विकास की उम्मीद कैसे करते हो?
विधायक जौहरी लाल मीणा यहीं नहीं रुके, इसके बाद वे एससी समाज के लोगों को धमकाने के अंदाज में कहते हैं कि तुम्हें शर्म नहीं आई बसपा को वोट देते हों, और काम मुझसे मांगते हो। तुम्हें काम किस बात के लिए दूं। वो खुद चोर हैं उसके बाप दादाओं ने लड़की बेची है। उसने खुद को बचाने के लिए बैरवा सरपंच को जेल में बंद करवा दिया। सरपंच दो महीने तक जेल में रहा, जिसको मंत्री टीकाराम जुली ने बचाया था। मेरी तो जूती की होड़ नहीं कर सकता है, मैं तो रईस का बेटा हूं।
विधायक जी की इस तरह की बयानबाजी साफ तौर पर बताती है कि उनके ऊपर सत्ता का नशा किस तरह से हावी है। सरकार बने भले ही अभी एक महीना भी नहीं हुआ है लेकिन, इस तरह के बयान इनकी आगे की कार्यशैली पर सवालियां निशान खड़े रहे हैं। जिसका जवाब जनता कांग्रेस सरकार से जानना चाहती है।