जयपुर। प्रदेश में आंधी और बारिश का तो भले ही थम गया, लेकिन अब लोगों को खासकर किसानों को मानसून का इंतजार है। मौसम विभाग के अनुसार पिछले साल की तरह ही इस साल भी राजस्थान में मानसून देरी से एंट्री करेगा। मानसून सामान्य से 7 से 8 दिन देरी से आने का अनुमान लगाया जा रहा है, लेकिन मानसून के दस्तक से पहले राजस्थान में चिलचिलाती गर्मी का दौर देखने को मिल सकता है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में जुलाई के पहले सप्ताह तक मानसून की एंट्री होने के आसार हैं।

20 से 25 जून के बीच दस्तक देता है मानसून
मौसम विभाग के अनुसार इस साल पूरे देश में मानसून देरी से दस्तक देगा। केरल के तट को मानसून का इंतजार है। राजस्थान में यूं तो 20 से 25 जून के बीच मानसून दस्तक देता है, लेकिन यह तब संभव होता है जब मानसून अपनी सामान्य गति से आगे बढ़ता है, लेकिन इस बार मानसून शुरू से ही देरी से चल रहा है।

8 दिन की देरी से होने का अनुमान
अरब सागर में आए चक्रवात के कारण राजस्थान में मानसून की एंट्री सामान्य से 8 दिन की देरी से होने का अनुमान है। चक्रवात के चलते ही अब तक भारत में मानसून की एंट्री नहीं हो पाई है। केरल में मानसून की एंट्री हो चुकी है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदेश में जुलाई के पहले सप्ताह तक मानसून की एंट्री होने के आसार हैं।

गर्मी के तेवर बरकरार, 40 डिग्री के पार
मध्य राजस्थान और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में उमस भरी गर्मी की शुरुआत हो गई। जयपुर में आज सुबह से तेज धूप निकली है और हल्की उमस से लोग परेशान हैं। इन जिलों में दिन के साथ रात में भी गर्मी तेज हो गई। प्रदेश में उमसभरी गर्मी के तेवर बरकरार है। बुधवार को प्रदेश के कई इलाकों में पारा 40 डिग्री के पार रहा। चूरू, जयपुर, बूंदी, बाड़मेर, फलौदी सहित प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में गुरुवार को भी गर्मी का दौर जारी है।

अंधड़ के साथ बारिश व ओले गिरने की संभावना
मौसम विभाग ने आज राजस्थान के कुछ हिस्सों में अंधड़ के साथ बारिश व ओले गिरने की संभावना जताई है। खासकर पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में गुरुवार को अंधड़ और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। गुरुवार शाम तक बीकानेर संभाग, शेखावाटी, जयपुर व भरतपुर संभाग में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में 40 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।

4 से 5 फ़ीसदी कम बारिश का अनुमान
केंद्रीय मौसम विभाग के अनुसार इस बार दक्षिण पश्चिम मानसून कमजोर रह सकता है। राजस्थान समय देश के कई हिस्सों में इस साल औसत से कम बारिश होने का अनुमान जताया गया है। राजस्थान में भी औसत से 4 से 5 फ़ीसदी कम बारिश हो सकती है। इसके पीछे अल नीनो इफेक्ट बताया जा रहा है।