जयपुर। नगर निगम चुनावों में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी को पटखनी देते हुये 6 में से 4 निगमों में अपने बोर्ड बना लिये हैं। बीजेपी को महज 2 निगमों में बोर्ड बनाने सफलता मिल पाई है। प्रदेश के चार महत्वपूर्ण निगम जीतने के बाद कांग्रेस में जश्न का माहौल है। इन चुनावों में निर्दलीय जीते अधिकांश पार्षद सत्ता खेमे की गोद में जा बैठे। कांग्रेस ने 2 निगमों में निर्दलीयों के बूते अपने बोर्ड बनाये है। जयपुर हेरिटेज में कांग्रेस की मुनेश गुर्जर और भाजपा की कुसुम यादव के बीच तो वहीं जयपुर ग्रेटर निगम में भाजपा की सौम्या गुर्जर और कांग्रेस की दिव्या सिंह के बीच टक्कर रही। संख्याबल के लिहाज़ से हेरिटेज में कांग्रेस की मुनेश और ग्रेटर का भाजपा की सौम्या का मेयर चुना जाना तय माना जा रहा था।

जोधपुर में शेखावत के खेमे में गहलोत गुट ने लगाई सेंध
जोधपुर में नगर निगम उत्तर और दक्षिण के मेयर के चुनाव परिणाम घोषित हो गये हैं। सीएम अशोक गहलोत और केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के इस गृह क्षेत्र में उत्तर में कांग्रेस तो दक्षिण में बीजेपी का बोर्ड बना है। यहां सब कुछ शांतिपूवर्क होने के बावजूद बीजेपी में बैचनी है। इस बेचैनी की वजह है बीजेपी के खेमे में कांग्रेस की सेंध। दरअसल जोधपुर उत्तर में कांग्रेस का बोर्ड बना है। 80 वार्डों के इस निगम में कांग्रेस को पहले से ही स्पष्ट बहुमत मिला हुआ था। यहां कांग्रेस ने 80 वार्डों में से 53 वार्ड जीते थे। जबकि बीजेपी को 19 वार्डों में संतोष करना पड़ा था। यहां आठ निर्दलीय जीते थे। कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी कुंती देवड़ा को 53 के मुकाबले 61 वोट मिले। जबकि बीजेपी को यहां भी 19 वोटों में ही संतोष करना पड़ा।

जोधपुर दक्षिण में बीजेपी
वहीं दूसरी दूसरी तरफ जोधपुर दक्षिण नगर निगम में भी 80 वार्ड हैं। यहां बीजेपी ने 43 वार्डों में जीत का परचम लहराया था जबकि कांग्रेस को 29 सीटें मिली थी। इस निगम क्षेत्र में भी आठ निर्दलीय जीते हैं। यहां बीजेपी की वनिता सेठ मेयर निर्वाचित हुई है। लेकिन इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी सेठ को वोट 45 ही मिले। कांग्रेस प्रत्याशी पूजा पारीक को 35 वोट मिले है।

कोटा दक्षिण नगर निगम के मेयर चुनाव में हंगामा
कोटा नगर निगम मेयर पद के लिये यहां हो रहे चुनाव में जमकर हंगामा बरपा है। हंगामे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिये लाठियां भांजनी पड़ी है। यहां कोटा दक्षिण नगर निगम के मेयर के लिये हो रहे चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के कार्यकर्ताओं में तनातनी की स्थिति बन गई। कांग्रेस को कोटा उत्तर और जोधपुर उत्तर में स्पष्ट बहुमत मिला हुआ था। ये दोनों क्षेत्र सीएम अशोक गहलोत और मंत्री शांति धारीवाल से जुड़े हुये हैं। इनमें जोधपुर उत्तर में कुंती देवड़ा और कोटा उत्तर में मंजू मेहरा मेयर का चुनाव जीत गई हैं।

सौम्या गुर्जर जयपुर ग्रेटर नगर निगम की पहली मेयर
भाजपा की सौम्या गुर्जर जयपुर ग्रेटर नगर निगम की पहली मेयर बन गई हैं। आज हुए मेयर चुनाव में उन्होंने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी दिव्या सिंह को 44 वोटों के अंतर से मात दी। मेयर चुनाव नतीजे में सौम्या को 97, जबकि दिव्या को 53 वोट हासिल हुए। वैसे ग्रेटर से सौम्या का मेयर बनना पहले से ही तय माना जा रहा था। यहां भाजपा को कांग्रेस से अच्छी खासी बढ़त हासिल थी ऐसे में कांग्रेस प्रत्याशी का जीतना चुनौती भरा माना जा रहा था। जीत के बाद सौम्या ने मेयर पद की शपथ ली।

सौम्या बोलीं- स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुरक्षा मेरी प्राथमिकता
जयपुर नगर निगम ग्रेटर की पहली मेयर बनने के बाद सौम्या गुर्जर ने शहर में पिछले दो साल से बिगड़े सफाई और कानून व्यवस्था के ढांचे को सुधारने की बात कही। साथ ही उन्होंने नगर निगम में भ्रष्टाचार करने वालों और बेवजह आमजन या विकास कार्य से संबंधी फाइलों को रोकने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। नवनिर्वाचित महापौर ने कहा कि मेरे लिए प्राथमिकता स्वच्छता, स्वास्थ्य और सुरक्षा है। आज शहर में पिछले दो साल से जो सफाई व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है, उसे सुधारना और शहर को टॉप पर लाने का मेरा प्रयास रहेगा।