कोटा, 13 मई। मां करूणा और सेवा की मूर्ति है। व्यक्ति के जीवन के प्रत्येक पक्ष पर मां का प्रभाव होता है। संभवतः यही कारण है कि संवेदना के साथ समाज के प्रत्येक वंचित व्यक्ति की सेवा में तत्पर पर रहने वाले कोटा-बूंदी के लोग अभावग्रस्त वर्ग की गर्भवती महिलाओं और उनके गर्भस्थ शिशु की स्वास्थ्य रक्षा में भी पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की पहल पर प्रारंभ किए गए सुपोषित मां अभियान की चर्चा पूरे देश में है। यह अभियान न सिर्फ गर्भवती महिलाओं के पोषण की चिंता करता है बल्कि उनके तथा उनके गर्भस्थ शिशु के लिए बेहतर स्वास्थ्य भी सुनिश्चित कर रहा है। इस अभियान की सबसे विशेष बात यह है कि आमजन के जनसहयोग से चलाए जा रहे इस अभियान से लाभान्वित हो रही गर्भवती महिलाओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है।

इस अभियान में महिलाओं के पोषण के साथ उनके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखा जाता है। सेवा, संवेदना और कल्याण को लक्षित इस अभियान में कई स्त्री रोग विशेषज्ञ जुड़कर अपनी निशुल्क सेवाएं देती हैं। प्रत्येक मां गर्भवती मां की स्वास्थ्य जांच तथा आवश्यकता अनुसार उनका टीकाकरण किया जाता है। गर्भपती महिलाओं के स्वास्थ्य का रिकाॅर्ड रखने के लिए उनका हेल्थ कार्ड भी बनाया जाता है। शिशु के पैदा होने के बाद उसका भी प्रारंभिक टीकाकरण किया जाता है।

बच्चों की अकाल मृत्यु से आया विचार

लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला को सुपोषित मां अभियान का विचार वर्ष 2019 में जेके लोन अस्पताल में बड़ी संख्या में बच्चों की अकाल मृत्यु से आया। डाॅक्टरों से चर्चा तथा पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद स्पीकर बिरला ने महसूस किया कि अधिकांश महिलाओं में पोषण की कमी थी, इस कारण उनका शिशु भी कमजोर ही पैदा हुआ। उसी समय बिरला ने तय किया वंचित परिवारों की गर्भवती महिलाओं को पोषण सुनिश्चित करने के लिए जनसहयोग से अभियान चलाया जाएगा।

पांच हजार गर्भवती महिलाएं हो रही लाभान्वित

भामाशाह मंडी में 29 फरवरी 2020 को स्पीकर बिरला और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अभियान के पहले चरण का शुभारंभ किया। इसमें 1000 महिलाओं को 9 माह तक निरंतर पोषण किट उपलब्ध करवाई गई। कोविड के दौरान पोषण किट की होल डिलिवरी की गई। नतीजा यह रहा कि 95 प्रतिशत से अधिक महिलाओें में पोषण की कमी दूर हुई और उन्होंने स्वस्थ शिशुओं को जन्म दिया। इस सफलता को देखते हुए 17 मई 2022 को तीन हजार महिलाओं के साथ दूसरा चरण प्रारंभ किया, जिसको अब पांच हजार महिलाओं तक बढ़ा दिया गया है।

पीएम मोदी ने भी की अभियान की सराहना

स्पीकर बिरला की पहल पर प्रारंभ किया गया यह अभियान पूरे देश के लिए प्रेरणा सिद्ध हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्वीट कर इस अभियान की प्रशंसा कर चुके हैं। इसके अलावा केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने भी लोक सभा में अपने एक वक्तव्य के दौरान सुपोषित मां अभियान की जानकारी पूरे देश के सांसदों को दी। उन्होंने अभियान के फीड बैक के आधार पर मंत्रालय की ओर से भी गर्भवती महिलाओं के लिए बनाए गए डाइट चार्ट को भी साझा किया।