कोटा. कोटा में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे कैथून निवासी छात्र वैभव राय की दूषित पेजयल पीने के कारण बीमारी से हुई मौत के मामले में जवाहर नगर पुलिस ने एक कोचिंग संस्थान के प्रबंधन सहित कोचिंग में टैंकरों से माध्यम से पानी आपूर्ति करने वाली दो पानी सप्लायर्स के खिलाफ खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में पानी की आपूर्ति करने वाले जय महाकाल एवं जगदम्बा सप्लार्य सहित एलन के तीन कोचिंग संस्थान प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

दूषित पानी पीने से 13 अक्टूबर को छात्र वैभव की अस्पताल में मौत हुई थी। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तलवंडी के प्रभारी देवेश तिवारी ने जवाहर नगर थाने में दी रिपोर्ट में बताया था कि एक निजी अस्पताल से उन्हें जवाहर नगर क्षेत्र में पीलिया रोग फैलने एवं रोगियों के अस्पताल में भर्ती की सूचना मिली थी। इस पर 8 अक्टूबर 2022 को जिला आरआरटी दल एवं स्थानीय तलवंडी चिकित्सालय का दल मौके पर पहुंचा था।

दल ने अस्पताल में भर्ती रोगियों से क्लीनिकल हिस्ट्री ली। उनके नाम-पते, कोचिंग, मैस व पेयजल प्रदाताओं आदि की जानकारी ली। अस्पताल में 20 संदिग्ध पीलिया रोगी छात्र भर्ती थे। उनमें से एलन समुन्नत कोचिंग के 14 व एलन सत्यार्थ के 6 बच्चे थे। दल ने 18 ब्लड एवं 14 यूरिन के नमूने लिए। इन नमूनों को एमबीएस अस्पताल की सेन्ट्रल लेब भिजवाया था।

रिपोर्ट में बताया था कि ऐलन समुन्नत कोचिंग संस्थान के अन्डर ग्राउण्ड वाटर टैंक के इनलेट पाइप में वॉल्व नहीं लगा मिला। इससे कीड़े-मकोड़े वाटर टैंक में जाने की संभावना बनी थी। सम्मुनत एवं सत्यार्थ 1 व 2 कोचिंग संस्थानों के अन्डर ग्राउण्ड वाटर टैंक एवं अन्य स्टोरेज टैंक से जलदाय विभाग द्वारा लिए पानी के नमूनों की रिपोर्ट असंतोषजनक मिली। इन टैंकों में पेयजल का र्निजीवाणुकरण नहीं किया गया था। टैंकों का पानी अत्यधिक बदबूदार पाया गया। तीनो कोचिंग संस्थानों में बैक्टीरिया को नष्ट करने के लिए आरओ मशीन में कोई यंत्र नही लगा मिला।

एलन कोचिंग सत्यार्थ प्रथम एवं द्वितीय कौचिंग संस्थान की ट्यूबवैल गंदे नाले के पास है। जलदाय विभाग द्वारा लिए गए पानी के नमूनों की रिपोर्ट असंतोषजनक पाई गई। दोनों बोरवेल को बंद करने के लिए पाबंद किया गया था। उक्त कोचिंग संस्थानों में पेयजल की नियमित वैक्टीरियोलॉजिकल जांच एवं क्लोरोस्कोप द्वारा क्लोरिन जांच नहीं करवाई जा रही थी। जय महाकाल एवं जगदम्बा वाटर सप्लायर्स ने टैंकर से नाली के समीप स्थित रवि गूर्जर के बोरवेल से दूषित पानी की सप्लाई की। एलन समून्नत कोचिंग प्रशासन द्वारा उपेक्षापूर्ण एवं लापरवाहीपूर्वक बिना जांच उक्त पेयजल को कोचिंग छात्रों को पीने के लिए दिया गया। इस पानी को पीने से कम से कम 20 छात्र पीलिया रोग से ग्रसित हुए, वहीं कोचिंग छात्र वैभव राय की मौत हो गई। उक्त जय महाकाल वाटर सप्लायर्स, जगदम्बा वाटर सप्लायर्स, ऐलन सम्मुनत कौचिंग प्रशासन एवं ऐलन सत्यार्थ कोचिंग प्रशासन के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाए। इस रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 269,273, 304ए, 336 भादस में दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है।

पेट में दर्द की शिकायत के बाद भर्ती हुआ था वैभव

कैथून निवासी छात्र वैभव राय (18) एलन समुन्नत कौचिंग में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। वह जवाहर नगर स्थित पेट्रोल पम्प के सामने रूद्रअभिषेक हॉस्टल में रह रहा था। 3 अक्टूबर 2022 को पेशाब में जलन व पीलापन आने के बाद उसे थकान हुई। उसने तब ग्लूकोज पीया। अगले दिन 4 अक्टूबर को वह कोचिंग गया था। 5 अक्टूबर को उसके पेट में दर्द की शिकायत हो गई। तलवंडी स्थित एक निजी अस्पताल में दिखाया तथा उपचार शुरू करवाया। जांच में हेपेटाइटिस ए पॉजिटिव पाया गया। 6 अक्टूबर को ज्यादा तबीयत बिगडऩे पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। अगले दिन 7 अक्टूबर को उसे वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया। उपचार के दौरान 13 अक्टूबर को छात्र वैभव राय की मौत हो गई। अस्पताल से प्राप्त हुई डेथ समरी फार्म व डैथ ऑडिट में छात्र की मृत्यु का कारण अक्यूट वायरल हेपेटाइटिस, एचएवी (प्लस), हेपेटिक एन्सेफेलोपैथी विद सिजर्स से होना बताया, जो कि दूषित पानी के सेवन से होती है।

कोचिंग संस्थान के पानी में मिला कोलिफार्म बैक्टीरिया

चिकित्सा विभाग एवं पीएचईडी विभाग ने संयुक्त रूप से ऐलन समुन्नत, सत्यार्थ प्रथम एवं द्वितीय में वायरल हैपेटाइटिस की रोकथाम के लिए निरीक्षक किया। इसमें पाई गई निम्न कमियों को सुधरवाया गया। ऐलन सम्मुनत कौचिंग संस्थान में पेयजल के लिए जय महाकाल एवं जगदम्बा वाटर सप्लायर्स द्वारा टैंकर से पेयजल की सप्लाई की जाती थी। उक्त टैंकर सप्लायर्स ने बताया था कि उक्त टैंकर महावीर नगर स्थित बालाजी मार्केट में रवि गुर्जर की बोरवेल से भरे जाते हैं। उक्त टैंकरों के वाटर सेम्पल की रिपोर्ट में कोलिफार्म बैक्टीरिया पेयजल मापदण्ड से बहुत अधिक पाए गए, जो कि वायरल हैपेटाइटिस बीमारी का मुख्य कारण है। इसके बाद दल ने उक्त बोरवेल से पानी की आपूर्ति बंद करवा दी थी।

नाले के समीप पानी सप्लायर्स के बोरबेल

रवि गुर्जर वाटर सप्लायर्स के साथ ही सोनू मीणा वाटर सप्लायर्स, आशीष वाटर सप्लायर्स की बोरवेल से पीएचइडी विभाग ने लिए पानी के नमुनों की रिपॉट में कोलिफार्म वैक्टिरिया बहुत अधिक मात्रा में पाए गया था। उक्त बोरवेल नाले एवं नाली के समीप स्थित हैं, जो कि गाइड लाइन अनुसार नहीं है। उक्त बोरवेल द्वारा पेयजल की सप्लाई से शहर में जल जनित बिमारिया फेलने की आशंका को देखते हुए जिला कलक्टर एवं अधिक्षण अभियंता को बोरवेल बंद करवाने के लिए पत्र लिखे गए। इसके बाद 15 नवम्बर को तीनों बोरवेल बन्द करवा दिए गए।

जवाहर नगर क्षेत्र में 209 पानी के नमूनों में 57 फेल

आरआरटी दल एवं स्थानीय तलवंडी चिकित्सालय के दल ने जवाहर नगर क्षेत्र में दूषित पानी की रोकथाम कार्यवाही शुरू की थी। दल ने कुल 40 ब्लड सेम्पल लिए, जिनकी रिर्पोट में 15 हैपेटाइटिस ए, एक हैपेटाईटिस ई रोगी पोजिटिव पाया। जबकि 24 रोगी नेगेटिव पाए गए। वहीं ऐलन समुन्नत व सत्यार्थ प्रथम एवं द्वितीय तथा आस-पास के हॉस्टल क्षेत्र से 209 पानी के नमूने लिए गए थे। इनमें से 57 पानी के नमूने अंसतोषजनक थे। जबकि 152 संतोषजनक पाए गए थे।