भरतपुर। भरतपुर नगर निगम की बोर्ड मीटिंग में शहर के विकास के लिए 355 करोड़ रुपए का बजट पास कर दिया गया। साथ ही म्यूनिसिपल बांड जारी करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दे दी गई। मेयर ने अपने भाषण में आय के लिए बकाया यूडी टैक्स की वसूली के साथ यूजर चार्ज लिए जाने की भी घोषणा कर दी। हालांकि अभी इसकी दरें तय नहीं हुई है। इस साल प्रत्येक वार्ड में 20 लाख रुपए के विकास के काम करवाए जाएंगे। पार्षद निधि भी 2 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गई है। बैठक में कई बार भाजपा और कांग्रेस पार्षदों के बीच बहस और नोकझोंक हुई।

डेढ़ घंटे तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा के बाद महापौर ने लगातार प्रस्ताव पढ़कर पास कराना शुरू किया। नए भवन का प्रस्ताव पढ़ने के बाद पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच नए भवन के लिए 45 करोड़ रुपए की स्वीकृति का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। अन्य मुद्दों पर भी पक्ष और विपक्ष के पार्षदों के बीच हंगामा हुआ। इसके बाद मेयर ने प्रस्तावों को फिर पढ़ना शुरू किया। फिर तय हुआ कि नगर निगम का नया भवन जवाहर नगर में बनाने के बजाय पहले 3 माह के अंदर शहर में और कोई बडी जगह तलाशी जाए। अगर जगह नहीं मिलती है तो फिर जवाहर नगर में नए भवन का निर्माण शुरू कराया जाए।

पार्षदों के हंगामे की वजह यह रही कि पिछली बैठक में एक कार्मिक का मेडिकल बिल स्वीकृत करने और फर्जी पट्टा प्रकरण की जांच एसीबी से कराने की सहमति बनी थी। जिन्हें बैठक की कार्यवाही में रिकॉर्ड पर नहीं लिया गया। पार्षद श्याम सुंदर गौड ने फर्जी पट्टे से जुड़ी खबरों का बैनर आसन के सामने लहराया। बाद में इसे सभागार में टांग दिया। पार्षद दाऊदयाल, पार्षद नरेन्द्र ने भी अन्य मुद्दों पर सवाल उठाए।

संवाददाता- आशीष वर्मा