विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान के गुर्जर संगठनों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला। गुरुवार को जयपुर के पिंकसिटी प्रेस क्लब में गुर्जर संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि कांग्रेस सरकार में गुर्जर नेताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है। सबसे पहले सचिन पायलट का अपमान हुआ। इसके बाद सौम्या गुर्जर को बर्खास्त कर दिया गया था। अब मेयर मुनेश गुर्जर को बदनाम करने की साजिश रची गई है। इसे राजस्थान के गुर्जर किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि सरकार एक सप्ताह में मनीष गुर्जर का निलंबन वापस नहीं लेती है। तो प्रदेश भर के गुर्जर एक बार फिर सड़कों पर उतरेंगे और आंदोलन करेंगे।

अखंड गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर ने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार गुर्जरों को दबाने का प्रयास कर रही है। सचिन पायलट को सबसे पहले राजस्थान की राजनीति से बेदखल किया गया। इसके बाद सौम्या गुर्जर को बर्खास्त कर दिया गया था। साथ ही मुनेश गुर्जर को बेवजह झूठे मुकदमों में फंसाकर बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है। जबकि यह पूरी साजिश कांग्रेस पार्टी के ही मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने रची है। जो खुद कई बार सार्वजनिक मंच से मुनेश गुर्जर को हटाकर मेयर बनाने जैसे दावे कर चुके हैं।

ऐसे में अगर सरकार मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुनेश का निलंबन रद्द नहीं करती है। तो प्रदेश भर के गुर्जर एक बार फिर सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे। फिर भी सरकार नहीं जागती तो हम सड़क और पटरी पर उतरकर आंदोलन करेंगे। साथ ही आने वाले चुनाव में वोटों की चोट से सरकार को सबक सिखाएंगे।  गुर्जरों पर कांग्रेस की तानाशाही बर्दाश्त नहीं करेंगे।

अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के प्रदेश महासचिव राम अवतार बड़िया (गुर्जर) ने कहा कि राजस्थान सरकार के बड़बोले कैबिनेट मंत्री ने गुर्जरों के खिलाफ साजिश रची है। उन्होंने मुनेश गुर्जर को गलत तरीके से निलंबित किया है। साथ ही उनके पति सुशील गुर्जर को बदनाम करने की झूठी साजिश रची गई है, जबकि सभी दस्तावेज सुशील के पक्ष में हैं। इसका नुकसान प्रताप सिंह को 2023 के विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा। वह भूल गए कि जयपुर की सिविल लाइन विधानसभा सीट पर 15 हजार गुर्जर मतदाता हैं, जो अब किसी भी हालत में उन्हें वोट नहीं देंगे।

इस दौरान अखंड गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर, अखिल भारतीय गुर्जर महासभा के प्रदेश महासचिव राम अवतार बढिया, राजस्थान गुर्जर महासभा के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल वर्मा, सामूहिक विवाह आयोजन सम्मेलन समिति के रामस्वरूप सराधना और फूलचंद बैंसला शीर्ष नेता उपस्थित रहें।