जयपुर। देश के 8 राज्यों में उपस्थिति दर्ज कराने के बाद ‘डेल्टा+’ वैरिएंट ने राजस्थान में एंट्री की है। प्रदेश के बीकानेर में इस खतरनाक वैरिएंट का पहला केस सामने आया है। राहत की बात यह है कि 65 वर्षीय महिला अब पूरी तरह स्वस्थ्य है। वह वैक्सीन की दोनों डोज ले चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पूरी जानकारी से अवगत कराया है। प्रदेश में डेल्टा प्लस वेरिएंट मिलने के बाद अशोक गहलोत अलर्ट मोड में आई है।

अब पाबंदियों में छूट की उम्मीद कम
अनलॉक-3 के तहत अब पाबंदियों में ज्यादा छूट मिलने की संभावना बेहद कम हो गई है। धार्मिक स्थल आमजन को खोलने के लिए बहुत कम छूट मिलने की संभावना है। मंत्रिपरिषद के सुझाव के बाद गृह विभाग नए सिरे से गाइडलाइन पर काम करना शुरू कर दिया है। राज्य सरकार के मेडिकल विशेषज्ञों ने ज्यादा पाबंदी में छूट देने में जोखिम की आशंका व्यक्त की है। पाबंदियों में कम ही छूट की उम्मीद है। शादी-समारोह पर रोक रहेगी। राज्य में विवाह से संबंधित किसी भी प्रकार समारोह, डीजे, प्रीतिभो और बारात-निकासी की 30 जून तक रोक लगी रहेगी।

लापरवाही पैदा कर सकती है बड़ी चुनौती
बैठक में तीसरी लहर से बचाव के लिए अधिक से अधिक आबादी का शीघ्र टीकाकरण किए जाने पर चर्चा की गई। मंत्रिपरिषद ने दुनिया के कई देशों और भारत के कई राज्यों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आने पर चिंता व्यक्त की। बैठक में बताया गया कि विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का यह नया वैरिएंट बेहद घातक और तेजी से संक्रमण फैलाने वाला बताया जा रहा है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही बड़ी चुनौती पैदा कर सकती है।

अब तक इन राज्यों में मिल चुका ये वैरिएंट
वर्तमान में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में इस नए वैरिएंट के केस सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा 21 मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं। अभी तक भारत में इस वैरिएंट के 50 से ज्यादा केस मिल चुके हैं, जबकि दो जनों की जान भी जा चुकी है।