राजस्थान की गहलोत सरकार राज्य के वरिष्ठ नागरिकों को अयोध्या में रामलाल मंदिर सहित 5 नए तीर्थ स्थलों के दर्शन कराने ले जाएगी। यह दर्शन वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत होंगे। इस योजना के तहत वर्तमान में देश-विदेश के 14 तीर्थ स्थलों पर दर्शन किए जा रहे हैं, लेकिन भविष्य में इसे बढ़ाकर 20 से अधिक किया जा रहा है।

देश में राम मंदिर का निर्माण सबसे चर्चित विषय रहा था और इसी मंदिर को लेकर साल 2014 में केंद्र की एनडीए सरकार भी सत्ता में आई थी। उत्तर प्रदेश में बीजेपी की सरकार भी मंदिर के मुद्दे पर ही सरकार में दुबारा आयी। अब गहलोत सरकार भी राम मन्दिर को यात्रा में शामिल कर के मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बजट भाषण में इस मंदिर के दर्शन करने के लिए इस धार्मिक स्थल को वरिष्ठ नागरिकों की तीर्थ यात्रा में भी शामिल किया है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या स्थित राम मंदिर को भी इस तीर्थ यात्रा में शामिल किया गया है। इसके अलावा वैद्यनाथ महादेश ज्योतिर्लिंग (झारखंड), त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग नासिक, श्रवणबेलगोला कर्नाटक और सम्मेद शिखर को इस तीर्थ यात्रा में शामिल किया गया है।

राज्य सरकार ने कोविड के बाद इस साल यात्रा को फिर से शुरू किया है। यह यात्रा राज्य के 20 हजार वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोजित की जाती है। इसके लिए सरकार जिलेवार ऑनलाइन आवेदन मांगती है और फिर लॉटरी के जरिए प्राथमिकता सूची जारी करती है। इसमें नेपाल के पशुपतिनाथ के दर्शन हवाई जहाज से होते हैं।