नागौर से कांग्रेस की पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हो गई हैं। दिल्ली बीजेपी मुख्यालय में ज्योति मिर्धा बीजेपी में शामिल हुईं। ज्योति मिर्धा मारवाड़ के शक्तिशाली राजनीतिक परिवार से हैं। वह दिग्गज कांग्रेस नेता नाथूराम मिर्धा की पोती हैं। ज्योति के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी को नागौर सीट पर मजबूत उम्मीदवार मिल गया है। बीजेपी उन्हें नागौर लोकसभा सीट से चुनाव में उतार सकती है।

पिछले लोकसभा चुनाव में ज्योति मिर्धा कांग्रेस से लोकसभा प्रत्याशी थीं। वह एनडीए उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल से हार गईं। हनुमान बेनीवाल ने बीजेपी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। अब उनका बीजेपी से गठबंधन टूट गया है। बीजेपी को नागौर से किसी मजबूत चेहरे की तलाश थी।

ज्योति मिर्धा के बीजेपी में शामिल होने से कांग्रेस और बीजेपी के सियासी समीकरण बदल गए हैं। कांग्रेस में अब लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए नए चेहरे की गुंजाइश है। अब हनुमान बेनीवाल के लिए नागौर सीट राजनीतिक तौर पर काफी मुश्किल हो गई है। अगर हनुमान बेनीवाल अकेले लड़ेंगे तो उनके लिए राह आसान नहीं होगी।

बीजेपी ने ज्योति मिर्धा को पार्टी में लेकर नागौर के सियासी समीकरण साधने की कोशिश की है। नागौर की राजनीति पर आज भी मिर्धा परिवार का प्रभाव है। इससे पहले नाथूराम मिर्धा के बेटे भानुप्रकाश मिर्धा भी बीजेपी के टिकट पर नागौर से सांसद रह चुके हैं। नाथूराम मिर्धा के निधन के बाद हुए उपचुनाव में भानुप्रकाश मिर्धा ने दिग्गज नेता रामनिवास मिर्धा को हराया था, लेकिन बाद में वह राजनीति से दूर हो गये। ज्योति मिर्धा 2009 में नागौर सीट से सांसद थीं, लेकिन 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव हार गईं।