जयपुर। अशोक गहलोत सरकार महंगाई राहत शिविर लगाकर जनता को राहत देने का काम कर रही है, वहीं दूसरी ओर जनता से फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बिजली बिल में करंट देने का काम भी कर दिया है। प्रदेश में एक बार फिर से बिजली की दरें बढ़ गई हैं। अब बिजली उपभोक्ताओं से फ्यूल सरचार्ज वसूला जाएगा। ऐसे में अगले तीन महीने तक उपभोक्ताओं को बढ़ा हुआ बिल देना होगा। दरअसल, राज्य सरकार ने तीन महीने के लिए 45 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से फ्यूल सरचार्ज बढ़ाया है। लगातार दूसरे माह भी सरचार्ज लगाया है। इसके लिए डिस्कॉम ने आदेश जारी कर दिए है।

100 यूनिट पर अब देने होंगे 45 रुपए एक्स्ट्रा
हर बिजली कंज्यूमर को 100 यूनिट पर अब 45 रुपए एक्स्ट्रा देने होंगे। फ्यूल सरचार्ज का पैसा तीन महीने तक बिल में जुड़कर आएगा। फ्यूल सरचार्ज हर महीने 50 यूनिट से ज्यादा बिजली खर्च करने वालों से ही वसूला जाएगा। हर महीने 50 यूनिट तक बिजली खर्च करने वालों और किसानों के सिंचाई के कनेक्शन पर फ्यूल सरचार्ज नहीं लिया जाएगा।

महंगे कोयले की कीमत कंज्यूमर चुकाएंगे
यह फ्यूल सरचार्ज पिछले साल अप्रैल से लेकर जून में महंगी दरों पर खरीदे गए कोयले की वजह से वसूला जा रहा है। बिजली कंपनियों की तरफ से जारी बयान के मुताबिक पिछले साल छत्तीसगढ़ से कोयला नहीं मिलने पर महानदी कोल माइंस से महंगा कोयला लेना पड़ा। इसके साथ ही भारत सरकार के निर्देशों के हिसाब से 6 फीसदी आया​तित कोयला काम में लेना होता है। आयातित कोयला महंगा पड़ता है।

खर्च की बिजली पर वसूल होगा सरचार्ज
ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव व अध्यक्ष डिस्काॅम्स भास्कर.ए. सावंत ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 की द्वितीय तिमाही जुलाई से सितम्बर, 2022 के लिए विद्युत विनियामक आयोग द्वारा निर्धारित गणना प्रक्रिया के अनुसार उपभोक्ताओं से वसूली योग्य फ्यूल सरचार्ज की राशि 45 पैसे प्रति यूनिट निर्धारित की गई है। यह राशि पिछली तिमाही अप्रेल, 2022 से जून, 2022 के उपभोग पर वसूल की जानी है।

इनको मिलेगी राहत
सावंत ने बताया कि कृषि उपभोक्ताओं की ओर से उपभोग की गई विद्युत पर वसूल किए जाने वाले फ्यूल सरचार्ज की राशि को सरकार अनुदान के रुप में वहन करेगी, इससे प्रदेश के समस्त कृषि उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज की राशि का कोई भार नहीं पड़ेगा। 50 यूनिट प्रतिमाह विद्युत का उपभोग करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं के ऊपर आने वाले फ्यूल सरचार्ज के भार को सरकार वहन करेगी।

इस बार भी गर्मियों में कोयले की किल्लत के आसार
गर्मियों में हर साल कोयले की सप्लाई कम होती है। बिजली कपंनियों को पावर प्लांट्स के लिए महंगी दरों पर कोयला खरीदना होता है। राजस्थान को छत्तीसगढ़ से कोयला सप्लाई में आगे भी दिक्कत के आसार हैं। सीएम अशोक गहलोत ने दो दिन पहले ही कहा था कि छत्तीसगढ़ से कोयला सप्लाई में दिक्कत आएगी, हम दूसरी व्यवस्था कर रहे हैं। महंगी दरों पर खरीदे गए कोयले की कीमत का भार आम बिजली कंज्यूमर्स को फिर फ्यूल सरचार्ज के रूप में चुकाना होगा।