बीकानेर। शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि गाय में 33 करोड़ देवी देवताओं का वास माना जाता है। यह जन-जन की आस्था का प्रतीक है।
शिक्षा मंत्री रविवार को डूडी पेट्रोल पंप के पास स्थित गंगा जुबली पिंजरा पोल गौशाला में गिरिराज भक्त मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे देश में गोपालन और गाय की सेवा सुश्रुषा की परंपरा पुरातन काल से रही है। साथ ही यह हमारी आर्थिक अर्थव्यवस्था की धुरी भी है।
उन्होंने कहा कि इसे ध्यान रखते हुए राज्य सरकार द्वारा अब गौशालाओं को पूरे साल अनुदान दिया जाएगा। पूर्व में यह अनुदान अकाल के दौरान तथा बाद में 1 वर्ष में 100 दिन के लिए दिया जाता था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना लागू की गई है। इसके अनुसार प्रत्येक पशुपालक की अधिकतम दो गायों का बीमा भी किया जा रहा है। राज्य सरकार द्वारा ब्लॉक स्तर तक नंदी शाला बनाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए तक का अनुदान दिया जा रहा है। वहीं ग्राम पंचायत स्तर गोशाला अथवा पशु आश्रय स्थल के लिए एक करोड़ रुपए की सहायता दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि थारपारकर, साहीवाल और राठी जैसी उन्नत नस्लों के संरक्षण के साथ अच्छी नस्ल के सांड तैयार करना भी आज की जरूरत है। उन्होंने गिरिराज भक्त मंडल सहित गौ सेवा में जुटे विभिन्न संस्थाओं की के कार्यों की सराहना की।
इस दौरान गौशाला की गायों के लिए लापसी बनाई गई। शिक्षा मंत्री ने इसे पकाने में सहयोग किया। इस अवसर पर देवकिशन चांडक, पंडित राजेंद्र किराडू, श्री शिवेंद्र महाराज, शांति प्रसाद बिस्सा, नितिन आसोपा, रवि कल्ला, विक्की पुरोहित, सुनील सुथार, राकेश, गोरधन, यादवेंद्र व्यास आदि मौजूद रहे।