बारां, बादां जिले के छबड़ा को जिला बनाने की मांग उठनी लगी है। कोटा जिले के रामगंजमंडी और झालावाड़ के भवानीमंडी को भी जिला बनाने की मांग जोर पड़ रही है।  प्रदेश में 19 नए जिलों की घोषणा के उपरांत जिला बनने से वंचित कई इलाकों में जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू हो गए हैं। इसी क्रम में रविवार को छबड़ा उपखंड को जिला बनाने की मांग को लेकर रविवार को पालिका पार्षदों ने पानी की टंकी पर चढ़कर विरोध प्रदर्शन किया। तहसीलदार की समझाइश के उपरांत पार्षद नीचे उतरे।

पालिका पार्षद रितेश शर्मा, रोहित अरोड़ा, मनमोहन सेन कृषि उपज मंडी स्थित पानी की टंकी पर चढ़ छबड़ा को जिला बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन करने लगे। अल सुबह अचानक पानी की टंकी पर पार्षदों के चढऩे की सूचना मिलने पर यहां आमजन की भीड़ एकत्रित हो गई और पुलिस एवं प्रशासन भी हरकत में आया और मौके पर पहुंचा। यहां तहसीलदार मुकेश मीणा द्वारा लगातार पार्षदों की समझाइश की गई। बाद में पार्षदों की जिला बनाने की मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाने के आश्वासन के बाद पार्षद पानी की टंकी से नीचे उतरे। यहां उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर छबड़ा को जिला बनाने की मांग की। पुलिस तीनों पार्षदों को गिरफ्तार कर थाने लाई। दोपहर बाद कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पार्षदों को पेश किया गया और जमानत पर रिहा किया गया। पानी की टंकी पर चढ़े पार्षदों के मामले में विधायक सिंघवी ने भी ट्वीट कर समर्थन किया है।