जयपुर। राजस्थान विधानसभा का कार्यकाल 14 जनवरी 2024 को खत्म हो रहा है। माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के साथ नवंबर-दिसंबर में चुनाव हो सकता है। चुनाव को लेकर सत्ता पक्ष कांग्रेस और बीजेपी के साथ इसबार आम आदमी पार्टी भी मैदान में ताल ठोक रही है। जोधपुर में सोमवार को राज्य की कांग्रेस सरकार के विरोध में बीजेपी के जनआक्रोश महाघेराव से पहले वसुंधरा राजे को राजस्थान में फिर से कमान सौंपने और सीएम फेस घोषित करने की मांग बीजेपी नेताओं ने उठा दी। इसमें विधायक और बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष भी शामिल रहे।

राजे को फिर से सीएम फेस घोषित करने की मांग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में सरकार को घेरने के लिए बीजेपी ने जन आक्रोश महाघेराव किया। लेकिन महाघेराव से पहले बीजेपी पार्टी में ही प्रतिस्पर्धा शुरू हो गई। कई नेताओं ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को फिर से कमान सौंपने और सीएम फेस घोषित करने की मांग उठाकर पार्टी के भीतर ही नई बहस छेड़ दी। शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने खुलकर कहा, वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री बननी चाहिए।

25 लोकसभा सीट चाहिए तो राजे को सौंपनी चाहिए कमान
इस महाघेराव के आयोजन से पहले बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी भी जोधपुर आने वाले थे, जिससे पहले बीजेपी के नेताओं ने वसुंधरा राजे को फिर से मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे फिर से मुख्यमंत्री बने, इसको लेकर नेताओं ने अलग-अलग तरीके से राजस्थान की कमान राजे को सौंपने की मांग की। नेताओं ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में पिछली बार 25 लोकसभा सीट निकाली थी। अगर फिर से 25 सीटें राजस्थान से निकालनी हैं, तो राजे को कमान सौंपनी चाहिए।

जनता चाहती है वसुंधरा राजे ही बनें मुख्यमंत्री
शेरगढ़ विधायक बाबू सिंह राठौड़ ने कहा, राजस्थान में अगर फिर से सरकार पूर्ण बहुमत से बनानी है, तो राजे को राजस्थान की कमान सौंपनी चाहिए। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के राज में जनता दुखी हो चुकी है। हमने भी जनता के सामने आमसभा की है। जनता चाहती है कि इस भ्रष्ट तंत्र को उखाड़ फेंके और बीजेपी को नेतृत्व सौंपा जाए। उससे लगता है कि हमारे नेता तो पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैं और राजस्थान की जनता चाहती है कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बनें।

वसुंधरा का प्रदेश में सबसे ज्यादा क्रेज
बीजेपी नेता और उद्योगपति मेघराज लोहिया ने कहा कि राजस्थान में सबसे ज्यादा क्रेज वसुंधरा राजे का है। राजस्थान की जनता में सबसे लोकप्रिय नेता भी वसुंधरा राजे ही हैं। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष जगत नारायण जोशी ने कहा कि राजस्थान में दो बार प्रचंड बहुमत से बीजेपी वसुंधरा राजे के नेतृत्व में सरकार बना चुकी है। अगर केंद्रीय नेतृत्व सही निर्णय करे, तो प्रचंड बहुमत के साथ वसुंधरा राजे फिर से सरकार बना सकती हैं।

राजे की अगुवाई में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत
राजस्थान की मुख्यमंत्री बनने से पहले वसुंधरा राजे अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुकी हैं। 69 साल की वसुंधरा राजे फिलहाल भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झालरापाटन से विधायक हैं। 2013 में वसुंधरा राजे की अगुवाई में भाजपा ने राज्य की 200 में से 163 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस सिर्फ 21 सीट पर सिमट गई थी। राजस्थान में इतनी बुरी स्थिति कांग्रेस की कभी नहीं हुई थी। वसुंधरा राजे का ही करिश्मा था कि 2013 में भाजपा ने राजस्थान में अब तक का सबसे बढ़िया प्रदर्शन किया था। राजस्थान में ये भाजपा की सबसे बड़ी जीत थी। राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में अब तक कोई भी पार्टी इतनी सीटें नहीं जीत पाई है।

पहली और एकमात्र महिला मुख्यमंत्री
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे राजस्थान की राजनीति की माहिर खिलाड़ी मानी जाती हैं। भैरो सिंह शेखावत को छोड़ दें, तो वसुंधरा राजे ही एक मात्र नेता हैं, जिनके पास भाजपा की ओर से राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने का अनुभव है। वसुंधरा राजे दो बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रही हैं। वे राजस्थान की पहली और एकमात्र महिला मुख्यमंत्री भी थी। वे दिसंबर 2003 से दिसंबर 2008 और दिसंबर 2013 से दिसंबर 2018 तक मुख्यमंत्री रही हैं।