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राजधानी जयपुर में रिमझिम बारिश के बीच गुजरते लोग।

प्रदेश में चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने के साथ अब बुधवार को सिर्फ जयपुर, अजमेर और भरतपुर संभाग में हल्की बारिश का अलर्ट है। पूर्व, दक्षिण और पश्चिम राजस्थान में कुछ स्थानों पर हवा में ठंडक बनी हुई है। लेकिन उत्तरी राजस्थान के श्रीगंगानगर में तापमान 43.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जहां लोग गर्मी से बेहाल हैं। बीकानेर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं में भी तापमान चढ़ने लगा है। चूरू का अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर का 40 डिग्री सेल्सियस, झुंझुनू के पिलानी का 40.8 डिग्री सेल्सियस और हनुमानगढ़ का 42.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

बाकी राजस्थान में एक-दो दिन हवा ठंडी रहेगी। दिन में उमस और चिपचिपाहट लोगों को परेशान करेगी। हवा में नमी और उमस का स्तर बढ़कर 50 से 80 फीसदी के बीच हो गया है। इस वजह से लोगों को उमस और चिपचिपाहट का सामना करना पड़ता है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी राजस्थान में मौसम शुष्क और साफ रहने की संभावना है। जिससे तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा सकता है। लेकिन 22-23 जून को पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश होगी। बादलों की आवाजाही रहेगी और बूंदाबांदी या हल्की बारिश हो सकती है।

मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक 24 जून से पूर्वी राजस्थान के इलाकों में बारिश का सिस्टम विकसित होगा। जिससे 24-25 जून को एक बार फिर से पूर्वी राजस्थान में बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। इस सिस्टम से 9 जिलों- दौसा, भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां व आसपास के क्षेत्रों में बारिश की संभावना है।

अनुमान है कि 7-8 जुलाई के आसपास राजस्थान में भी मानसून दस्तक दे सकता है। वैसे तो 24-25 जून को राजस्थान में मानसून के आगमन की औसत अवधि मानी जाती है। लेकिन इस बार मानसून के आगमन में करीब दो सप्ताह की देरी होने की उम्मीद है और मानसून की अवधि में केवल 92 फीसदी बारिश होने का अनुमान है। लेकिन प्री-मानसून गतिविधियों और बारिश की वजह से माना जा रहा है कि राजस्थान में औसत बारिश का आंकड़ा पार कर जाएगा।