जयपुर। बीते कुछ दिनों पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। राजस्थान में भी शीतलहर और पाला पड़ने से किसानों की फसले बर्बाद हो गई है। किसानों की खड़ी फसलों में पाला पड़ने से भारी नुकसान हुआ है। यही वजह है कि राजस्थान सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को किसानों की फसलों को हुए नुकसान के सर्वे करने का आदेश दिया है।

प्रदेश में भयंकर ठंड
आपको बता दें कि प्रदेश के अन्नदाताओं को पहले तो मानसून में अतिवृष्टि की समस्या का सामना करना पड़ा। इससे किसानों की फसलों का काफी हद तक नुकसान हुआ। इसके बाद अब सर्दियों में बिजली कटौती की समस्या के कारण भी किसान परेशान हैं। अब ठंड भी लगातार अपना कहर बरपा रही है। भयंकर ठंड की वजह से राजस्थान में पाला पड़ रहा है।

इन जिलों में फसल और ​सब्जियों को भारी नुकसान
भंयकर ठंड की वजह से किसानों की खड़ी फसलों और सब्जियों का भारी नुकसान हुआ है। सीकर, झुंझुनू, चूरू, करौली, भरतपुर हनुमानगढ़, बीकानेर और अजमेर सहित प्रदेश के सभी इलाकों में किसानों की फसलें बर्बाद हुई हैं।

फसलों का सर्वे करने के निर्देश जारी
मौसम विभाग ने भी जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर और भरतपुर संभाग में अति शीतलहर का अनुमान जताया है। सर्दियों में फसलों की बर्बादी से किसान परेशान है। इसी कारण राजस्थान सरकार ने सभी जिला कलेक्टरों को आदेश दिया है कि वो नुकसान का सर्वे कर आंकलन करें। पटवार मण्डल, राजस्व ग्राम और ग्राम पंचायत इलाकों में सर्वे किया जाएगा। इसमें किसानों की गिरदावरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। गिरदावरी यानी किसान ने अपने खेत के कितने रकबे में कौन भी फसल की बुबाई की है।

धनिया, कलौंजी और सब्जियों में नुकसान
प्रदेश में तीन दिन तक रात में तापमान 3 डिग्री से नीचे चले जाने से पाला गिरा, इससे धनिया, कलौंजी व सब्जियों में काफी नुकसान हुआ है। किसान धनिया में 50 और अन्य में 20 से 30 प्रतिशत नुकसान बता रहे हैं। इधर, कृषि विभाग ने धनिया की फसल में महज 12 प्रतिशत तक नुकसान बताया है। तेज सर्दी के कारण तीन दिन तक पाला गिरा। इससे जिले के पिड़ावा, रायपुर, सुनेल, बकानी व गंगधार क्षेत्र में फसलों व सब्जियों में नुकसान में भारी नुकसान होना बताया जा रहा है। सबसे अधिक नुकसान पिड़ावा और सुनेल क्षेत्र में बताया जा रहा है। हालांकि अभी भी कृषि अधिकारी फिल्ड में जाकर सर्वे कर रहे हैं।

बारिश और ओले की चेतावनी
प्रदेश में सर्दी का दौर जारी है। पिछले 6 दिन से प्रदेश के कई जिलों में रात न्यूनतम तापमान माइनस डिग्री में बना हुआ था, लेकिन आज से पश्चिमी विक्षोभ आने के कारण मौसम में परिवर्तन देखने को मिल रहा है। इसके प्रभाव से बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में आसमान में बादल छाए रहने और आज प्रदेश के एक दो स्थानों पर हल्की बारिश/बूंदाबांदी होने की संभावना है। दूसरा पश्चिमी विक्षोभ 22 से 26 जनवरी के दौरान सक्रिय होने से राज्य में मावठ होने की संभावना है। इसी के साथ कई जिलों में ओले गिरने की भी चेतावनी भी जारी की गई।

26 जनवरी से एक बार फिर आएगी ठंड
पश्चिमी विक्षोभ आने के कारण मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। फिलहाल प्रदेश में हार्ड कंपाने वाली सर्दी के दौर से आमजन को राहत मिली है। लेकिन 26 जनवरी से एक बार फिर से सर्दी में तेजी आएगी, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज होगी।