भरतपुर । तकनीकी शिक्षा एवं आयुर्वेद राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग की पहल पर राजस्थान सहकारी ग्रामीण परिवार आजीविका ऋण योजना के तहत भरतपुर विधानसभा क्षेत्र के गांव में रहने वाले पात्र व्यक्तियों को अब अधिकतम 2 लाख रुपये का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध होना प्रारंभ हो जायेगा।

डॉ. गर्ग ने बताया कि इस योजना के तहत सहकारी बैंक इसलिए ऋण उपलब्ध नहीं करा पा रहे थे क्योंकि इस बैंक की सभी शाखायें भरतपुर शहर में हैं। इस समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना एवं राजस्थान स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक के प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा जिस पर बैंक द्वारा शीघ्र कार्यवाही करते हुये बताया कि योजना की क्रियान्विति के लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है जिसके माध्यम से आवेदन पत्र प्रबंध निदेशक केन्द्रीय सहकारी बैंक को प्राप्त होंगे। बैंक की सभी शाखायें अपने ग्रामीण क्षेत्र की समितियों के माध्यम से बिना ब्याज ऋण उपलब्ध करायेंगी।

तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया कि इस योजना में पात्र व्यक्तियों को ऋण उपलब्ध नहीं होने की जानकारी पार्षद बृजेन्द्र चीमा के नेतृत्व में आये डेलीगेशन ने दी जिस पर पत्र लिखा गया। डेलीगेशन ने बताया कि सहकारी बैंक की सभी शाखायें भरतपुर शहर में कार्यरत हैं जो ग्रामीण क्षेत्र के पात्र व्यक्तियों को ऋण देने में अक्षम हैं।

reporter-ashish verma