जयपुर। प्रदेश की राजधानी जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में रविवार को जिस महंगाई के मुद्दे को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रव्यापी रैली का आयोजन किया गया था। जिस महंगाई पर आक्रोश जताने के लिए देशभर से लोग जयपुर में जुटे थे। उसी रैली में राहुल गांधी ने महल 2 से 3 मिनट ही महंगाई पर अपना वक्तव्य दिया और अपना पूरा भाषण हिंदू बनाम हिंदुत्व के पर ही फोकस रखा। जिससे न तो कार्यकर्ताओं में कोई उत्साह नजर आया और न ही राहुल गांधी को सुनने आई भीड़ में। रैली में राहुल गांधी के भारत को हिंदुओं का देश बताने और हिंदू बनाम हिंदुत्व की नई परिभाषा पर विवाद हो गया है। बीजेपी के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी सहित क ई नेताओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सफाई देने के अंदाज में ट्वीट किया।

20 मिनट के भाषण में 17 मिनट हिंदू बनाम हिंदुत्व
राहुल को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आमजन को भी पूरा विश्वास था कि उनका पूरा भाषण महंगाई और बेरोजगारी पर होगा चूंकि राहुल गांधी लगातार महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दें पर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते आ रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी के 20 मिनट के भाषण में तकरीबन 17 मिनट सिर्फ हिंदू बनाम हिंदुत्व पर ही रहा जो कि कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं में चर्चा का विषय बना हुआ है।

कार्यकर्ताओं के ही गले नहीं उतर रहा हिंदू बनाम हिंदुत्व का राग
पार्टी कार्यकर्ताओं की माने तो रैली में जो भी लोग आए थे वो देश में बढ़ती महंगाई पर अपना आक्रोश जताने के लिए रैली में शामिल हुए थे, लेकिन महंगाई पर न बोलकर राहुल गांधी का पूरा भाषण ही हिंदू बनाम हिंदुत्व पर रहा जो कि लोगों के गले भी नहीं उतर रहा। राहुल गांधी का भाषण सुनकर रैली स्थल पर मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ता भी बगले झांकने लगे।

ओवैसी ने राहुल और कांग्रेस से पूछे सवाल
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने राहुल गांधी के बयान के बाद ट्वीट में लिखा, राहुल और कांग्रेस हिंदुत्व के लिए ग्राउंड तैयार कर रहे हैं। अब वे बहुसंख्यक वाद की फसल काटना चाहते हैं। 2021 में हिंदुओं को सत्ता में लाने का सेक्युलर एजेंडा है, वाह। भारत सब भारतीयों का है। अकेले हिंदुओं का नहीं है। भारत सभी मत-मतांतरों को मानने वालों और नहीं मानने वालों का भी देश है।

गहलोत ने ट्वीट में लिखा, हिंदू किसी से नफरत नहीं करते
देर रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हिंदू वाले बयान पर सफाई के टोन में ट्वीट किया। गहलोत ने लिखा- सत्य, अहिंसा, प्यार, भाईचारा और सहिष्णुता को मानने वाला व्यक्ति हिंदू है। हिंदू किसी से नफरत नहीं करते और सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। हिन्दुत्ववादी हिंसा, असहिष्णुता और घृणा फैलाने में भरोसा रखते हैं। हिंदू और हिन्दुत्ववादी में वही अंतर है, जो गांधीजी और गोडसे में था।