बीकानेर के खाजूवाला में 20 साल की दलित लड़की से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में कांस्टेबल मनोज कुमार को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, फरार मुख्य आरोपी दिनेश बिश्नोई की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें बर्खास्त सिपाही और दिनेश लड़की को अस्पताल ले जाते दिख रहे हैं। फिर मौके से भाग गए। बीजेपी की एक टीम भी खाजूवाला पहुंच गई है। जो पीड़ित परिवार से बातचीत कर रही है। अब तक की जांच से पता चला है कि अत्यधिक रक्तस्राव के कारण पीड़िता की मौत हुई है।

दरअसल, गैंगरेप और हत्या के 4 दिन बाद भी पुलिस ने अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। दोनों सिपाही मनोज और भागीरथ पुलिस हिरासत में हैं। खाजूवाला में हुई घटना के बाद शुक्रवार को भी बाजार बंद रहा। लोगों का आरोप है कि पुलिस पूरे मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है। सैकड़ों लोग शवगृह के सामने धरने पर बैठे हैं। लड़की के परिजन शव लेने से इनकार कर रहे हैं। पुलिस परिजनों पर शव ले जाकर अंतिम संस्कार करने का दबाव बना रही है।

भाजपा के तीन सदस्यों की जांच कमेटी शुक्रवार को खाजूवाला पहुंची। कमेटी में विधायक अनिता भदेल, जोधपुर की मेहर विनीता सेठ और भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष कैलाश मेघवाल शामिल हैं। भाजपा नेताओं ने धरना स्थल पर बैठकर विरोध दर्ज कराया। तीनों सदस्यों ने कहा- जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिल जाता। तब तक हम धरने से नहीं उठेंगे। कमेटी मामले की रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी को देगी।