जयपुर। उत्तरी भारत में एक्टिव हुए पश्चिमी विक्षोभ का असर बीकानेर, जयपुर संभाग के जिलों में देखने को मिला है। पिछले 24 घंटे के दौरान जयपुर, गंगानगर, बीकानेर, चूरू, सीकर, अलवर, अजमेर, झुंझुनूं जिलों में कई जगहों पर बारिश हुई है। सबसे ज्यादा अलवर में 2.2 सेंटीमीटर यानी 22MM बरसात दर्ज हुई। मौसम में आए इस बदलाव के बाद सर्द हवाएं चलने लग गई, जिससे ठिठुरन बढ़ गई।

सड़कें बनी दरिया, पटरियां पानी में डूबी
अलवर में मंगलवार देर शाम से रूक-रूककर बरसात हुई। अलवर, चूरू, सीकर में भी अच्छी बरसात हुई। सीकर में थोड़ी ही बारिश में सड़कें दरिया बन गई, रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूबी नजर आई। बीकानेर, गंगानगर में देर शाम बरसात से सड़कों पर पानी भर गया। वहीं जयपुर, झुंझुनूं, दौसा में देर शाम से बादल छाए रहे।

गेंहू में फायदा, सरसों में होगा नुकसान
किसानों की माने तो बारिश से गेहूं, जौ व चना की फसलों में फायदा होगा। वहीं सरसों की अगेती फसलों में नुकसान होगा। कृषि विभाग भी बारिश को रबी की फसलों के लिए बेहद लाभदायक मान रहा है, क्योंकि इस समय फसल जिस स्टेज पर है, उसे पानी की बहुत ज्यादा जरूरत है। ऐसे में हल्की बारिश से पौधे की बढ़वार में मदद मिलेगी।

मौसम विभाग ने दी 2 दिन की चेतावनी
मौसम ने भी आगामी 2 दिन आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना जताई है। साथ ही हल्की वर्षा होने की संभावना है। बुधवार सुबह जिले का तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। मंगलवार रात के बाद अचानक से मौसम ने करवट ले ली और अल सुबह हुई बारिश ने एक बार फिर तेज सर्दी बढ़ा दी है।