कोटा। कोचिंग सिटी कोटा को विश्व पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित करने के उद्देश्य से नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देशन में कोटा में विकसित किए जा रहे दुनिया के पहले हेरिटेज चंबल रिवर फ्रंट की सौगात देश और दुनिया के पर्यटकों को जल्द मिलने जा रही है।

रिवर फ्रंट पर स्थापित किए जा रहे हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड के साथ अन्य मॉन्यूमेंट्स स्थापत्य कला की देश और प्रदेश की सांस्कृति की झलक सहित अन्य इमारतों का कार्य अंतिम चरण में है। वही पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने वाले चंबल रिवर फ्रंट पर स्थापित किए जा रहे फाउंटेन भी विश्व स्तरीय पहचान बनाने जा रहे हैं।

यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि चंबल रिवर फ्रंट कोटा को पर्यटन के क्षेत्र में विश्व स्तरीय पहचान दिलाने वाला प्रोजेक्ट साबित होगा हाल ही में महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा प्रोजेक्ट साइट की विजिट के बाद उन्होंने जो सराहना की उससे मेरा और प्रोजेक्ट से जुड़े सभी लोगों का उत्साहवर्धन हुआ है। रिवर फ्रंट पर कुल 26 फाउंटेन विकसित किए जा रहे हैं जो देश और दुनिया के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे स्पेन के बार्सिलोना के मैजिक फाउंटेन की तर्ज पर कोटा में बैराज गार्डन पर विकसित किया गया म्यूजिकल फाउंटेन जब अपनी सुंदरता, भव्यता को प्रदर्शित करेगा तो दुनिया भर में इस म्यूजिकल फाउंटेन का जिक्र किया जाएगा पर्यटक कोटा आने के लिए आतुर रहेंगे।

154 पम्प से संचालित होंगे  751 एच पी की क्षमता, 9 तरह के इफ़ेक्ट आएगे नज़र 

चंबल रिवर फ्रंट पर विकसित किए जा रहे हैं विश्व स्तरीय फाउंटेन का कार्य अंतिम चरण में है। न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देशन में चंबल रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट अब जल्द पूर्ण होने जा रहा है यहां कई विश्व कीर्तिमान तो स्थापित हो ही रहे हैं यहां पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनने वाले फॉर्मटेन भी  विश्व रिकॉर्ड होगा।

चंबल रिवर फ्रंट पर लगभग 26 फाउंटेन का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। जिसमें ऐतिहासिक बावड़ी का फाउंटेन टेस्टिंग हो चुकी है। बैराज गार्डन के फाउंटेन को स्पेन देश के बार्सिलोना मैजिक फाउंटेन की तर्ज पर बनाया गया है। जिसमें लगभग 154 पंप है जो की 751 hp के है साथ ही लगभग 9 तरह के इफेक्टस फाउंटेन की क्षमता और उसके आकर्षण को बयां करेंगे।  इसके पास में ही चंबल माता की मूर्ति बनी हुई है जिसमें से लगभग आधा मीटर डाया का पाइप है उस पाइप के ऊपर एक घड़ा इंस्टॉल किया जाएगा। जिसमें से पानी का प्रभाव होगा चंबल माता की विशाल प्रतिमा  में 310 एचपी की क्षमता  के 5 पंप लगाए जाएंगे इसके साथ ही रिवरफ्रंट की पूर्व साइट पर लगून फाउंटेन है जिसमें 370 एचपी के 17 पंप एवं विभिन्न विभिन्न तरह की लाइटस लगाई जा रही हैं जिसका कार्य भी अंतिम चरण में है।