जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में बड़ा बवाल हो गया है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल को बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। हाल में पार्टी ने कैलाश मेघवाल को केंद्रीय कानून मंत्र अर्जुन राम मेघवाल के खिलाफ बयानबाजी को लेकर जबाव-तलब किया था। मेघवाल के बयानों के लेकर अनुशासनहीनता को नोटिस थमाया गया था। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी के निर्देश पर प्रदेश अनुशासन समिति ने कैलाश मेघवाल को कारण बताओ नोटिस जारी कर 10 दिनों के भीतर जबाव मांगा गया था।

वसुंधरा राजे के लोगों को चुन-चुन कर किया जा रहा ख़त्म
कैलाश मेघवाल राजस्थान में वसुंधरा राजे गुट कैम्प के सिपाही माने जाते हैं। मेघवाल ने कहा कि वसुंधरा राजे समर्थकों को राजस्थान में चुन-चुन कर टारगेट किया जा रहा है। वो खुद भी इसका शिकार हुए हैं। बता दें कि राजस्थान में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ समेत कई गुट हावी है। अर्जुन राम मेघवाल उनके निर्वाचन क्षेत्र शाहपुरा में उनकी जड़ें खोद रहे हैं।

मैं कभी हीरो था आज जीरो हूं
मेघवाल ने बुधवार को जयपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वसुंधरा जी के लिए कुछ नहीं कहूंगा। लेकिन मैं कभी हीरो था आज जीरो हूं। मेरी अनदेखी जा रही है। मेरी पार्टी के लोग अर्जुन राम मेघवाल की तुलना भीमराव अंबेडकर से कर रहे हैं। यह केवल उन्हें महिमा मंडित करने के लिए किया जा रहा। मैं राजनीति में सक्रिय हूं और सक्रिय रहूंगा। सार्वजनिक रूप से मैंने वसुंधरा राजे पर कभी कोई आरोप नहीं लगाया।

कैलाश मेघवाल का दावा, पार्टी को जवाब भेज दिया
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर लगाए आरोपों के बाद भाजपा की ओर से जारी नोटिस का विधायक कैलाश मेघवाल ने जवाब भेज दिया है। कैलाश मेघवाल ने दावा किया है कि मंगलवार को पार्टी को जवाब भेजा गया है। मेघवाल का कहना है कि बुधवार को मीडिया को बताऊंगा कि जवाब में क्या लिखा है, उधर पार्टी की अनुशासन समिति का कहना है कि व्यक्तिगत रूप से तो मंगलवार शाम तक जवाब नहीं मिला। संभव है कि डाक से भेजा हो।

अर्जुनराम मेघवाल पर लगाए सात गंभीर आरोप
कैलाश मेघवाल ने आरोप लगाया कि अर्जुनराम मेघवाल ने चुरू कलेक्टर रहते हुए भ्रष्टाचार किया था। अर्जुन राम मेघवाल ने 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था। एफिडेविट में जानकारियां गलत दी गई थी। मुकदमा दर्ज नही होने का लिखा था। उन्होंने कहा कि ये गंभीर अपराध है। इसके आधार पर चुनाव निरस्त हो सकता है। लोकसभा की सदस्यता रद्द हो सकती है। उन्होंने कहा, मैं प्रधानमंत्री को लेटर लिखूंगा। मेघवाल ने पुष्कर के महाराज से टिकिट दिलवाने के नाम पर डेढ़ करोड़ लिए थे। महाराज ने पीएम को भी शिकायत की थी। उन्होंने कहा कि पीएम को लिखा है कि जब तक सभी मामलों का निस्तारण नही होता इनकी सदस्यता रद्द की जाए।

प्रदेश अध्यक्ष ने टिप्पणी करने से किया इनकार
मेघवाल के निलंबन पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कुछ भी बोलने से इनकार किया है। वहीं प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि पहले मामले की पूरी जानकारी लेंगे। उसके बाद इस विषय पर बात करेंगे। मेघवाल के निलंबन की खबर आते ही सियासत गरमा गई। लेकिन कोई भी नेता इस बारे में कुछ भी बोलने से कतरा रहा है।

कैलाश मेघवाल का कट सकता है टिकट
ऐसी चर्चा है कि शाहपुरा से इस बार कैलाश मेघवाल का टिकट कट सकता है। जिस वजह से कैलाश मेघवाल ने ऐसा हंगामा खड़ा किया। इस बयान के बाद भीलवाड़ा भाजपा में खलबली मच गई है।