जयपुर। राजस्थान में BJP विधायक गौतम लाल मीणा का निधन हो गया। वह कोरोना वायरस से संक्रमित थे। उनकी हालत संक्रमण के कारण खराब थी। गौतम लाल मीणा महाराणा भोपाल हॉस्पिटल में भर्ती थे। यहीं पर उन्होंने अंतिम सांस ली। गौतम लाल मीणा उदयपुर धरियावद से BJP विधायक थे। प्रतापगढ़ की धरियावद विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक रहे गौतम लाल मीणा क्षेत्र के लोकप्रिय नेताओं में जाने जाते थे। विधायक मीणा इस बार की विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के विधायक नगराज मीणा को करीब 24000 वोटों से हराकर विजय हुए थे। विधायक मीणा की मौत के बाद क्षेत्र में शोक का माहौल है।

अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे ने जताई संवेदना
मीणा की गिनती पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सिंधिया के करीबियों में होती है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनके निधन पर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट किया, गौतमलाल जी के रूप में भाजपा परिवार ने मानो एक अनमोल रत्न को खो दिया है। अपनी जनता के लिए जी-तोड़ मेहनत करना और विकास कार्यों को रूकने न देने का उनका तरीका हमारी स्मृतियों में सदैव बना रहेगा। दुःख की इस घड़ी में भाजपा परिवार शोक-संतप्त परिजनों के साथ खड़ा है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीणा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट में लिखा, धरियावद (प्रतापगढ़) से भाजपा विधायक गौतमलाल मीणा के कोरोना संक्रमण से असामयिक निधन की जानकारी बेहद दुखद है।

अब धरियावद और वल्लभनगर सीटों पर होंगे उपचुनाव
धरियावाद से भाजपा विधायक गौतमलाल मीणा के निधन के बाद प्रदेश में अब दो सीट खाली हो गई है। वल्लभनगर सीट कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के जनवरी में देहांत के बाद से खाली है। अब धरियायद और वल्लभनगर सीटों पर उपचुनाव होने हैं। गौतमलाल मीणा के निधन के बाद विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या 72 से घटकर 71 हो गई है, जबकि विधानसभा में कुल विधायक 198 रह गए हैं। गहलोत सरकार को एक बार फिर उपचुनाव में जाना होगा। इस बार दोनों सीटें उदयपुर संभााग की हैं जहां कांग्रेस को उतना मजबूत नहीं माना जाता है। भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अपनी अपनी सीटें बचाने की चुनौती रहेगी।

कोरोना से छह माह में चार विधायक का निधन
प्रदेश में छह महीने के दौरान 4 विधायकों का कोरोना से निधन हो गया है। गौतमलाल मीणा के अलावा राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी, सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी, वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का भी कोरोना से निधन हुआ था। सुजानगढ से विधायक और गहलोत सरकार में सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री मास्टर भंवरलाल का ब्रेन हेमरेज से निधन हुआ था।