अलवर जिले के बहरोड़ में एक खतरनाक एक्सीडेंट का मेटर सामने आया है जिसमें बाइक सवार मामा-भांजे की दर्दनाक मौत हो गई।यह हादसा दिल्ली-जयपुर हाईवे-48 पर दहमी गांव के पास सोमवार सुबह 9.30 बजे के करीब हुआ। हादसे में महेश कुमार (35) और उसके 13 साल के भांजे निशांत की मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि अलवर जिले के नीमराना कस्बे के गांव नाघोडी में बहन रविना के घर रविवार को बहरोड़ के तलवाड़ गांव से भाई महेश कुमार आया था। रविना महेश कुमार की चचेरी बहन है। मामा घर पहुंचा तो भांजे ने साथ जाने की जिद की। उसकी जिद के आगे मां की भी नहीं चली। बहन ने भी भाई से कहा कि इतनी जिद कर रहा है तो साथ ले जाओ। मामा-भांजे बाइक से निकल गए। घर से 6 किलोमीटर पहले बाइक को एक डंपर ने टक्कर मार दी।

पीछे बैठा निशांत उछलकर सड़क पर गिर गया। डंपर का टायर उसके सिर के ऊपर से गुजर गया। महेश बाइक समेत डंपर के नीचे फंस गया। करीब 150 मीटर तक डंपर महेश को घसीटता हुआ ले गया। टायर उसके पेट के ऊपर से निकल गया। 300 मीटर तक बाइक डंपर के नीचे घिसटती रही। जहां हादसा हुआ वहां से कुछ दूरी पर पुलिस की इंटरसेप्टर खड़ी थी। जिसे देखकर ड्राइवर डंपर को सड़क किनारे छोड़कर भाग गया।

हादसे की सूचना पर रूट इंचार्ज रामफल चौधरी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बैरिकेड्स लगाकर ट्रैफिक को सर्विस लाइन पर डायवर्ट करवाया। हादसा इतना भीषण था कि दोनों के शवों के चीथड़े उड़ गए और बाइक कबाड़ बदल गई। हादसे की सूचना के बाद सब इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार भी मौके पर पहुंचे। मौके पर आसपास के लोगों की भीड़ इकट्‌ठा हो गई।