विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेशभर में चल रही कार्रवाई के तहत कोटा में 10 किलो सोना जब्त किया गया। टीम दिल्ली के निज़ामुद्दीन स्टेशन से तीन यात्रियों का पीछा कर रही थी। कोटा में पूछताछ की गई और बैग की तलाशी ली गई तो भारी मात्रा में सोने के आभूषण और नकदी मिली।

घटना कोटा स्टेशन पर गुरुवार रात 10 बजे की है। टीम ने इनके पास से 26 लाख रुपये कैश भी बरामद किया है। जब तीनों यात्री सामान के बारे में जानकारी नहीं दे सके तो आयकर विभाग की टीम को बुलाकर उन्हें सौंप दिया गया। दावा किया जा रहा है कि कोटा मंडल स्टेशन पर आरपीएफ की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

आरपीएफ कमांडेंट विनय कुमार ने बताया कि चुनाव के कारण दोनों आरपीएफ द्वारा विशेष निगरानी अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आरपीएफ के जवान निजामुद्दीन में मौजूद थे। निजामुद्दीन में आरपीएफ ने तीन संदिग्ध यात्रियों को ट्रेन में चढ़ते देखा। आरपीएफ भी इन यात्रियों के पीछे लग गई।

रास्ते में भी इन यात्रियों की संदिग्ध गतिविधियां जारी रहीं। रास्ते में यात्री बार-बार अपना बैग संभाल रहे थे। इसके बाद शक के आधार पर आरपीएफ ने इन यात्रियों की तलाशी ली। तलाशी के दौरान बैग में 10 किलो 700 ग्राम सोना मिला, जिसकी अनुमानित कीमत 6 करोड़ 61 लाख 59 हजार रुपये बताई गई। इसके साथ ही 26 लाख रुपये नकद भी मिले। 6 करोड़ रुपये के सोने में बड़ी संख्या में सोने की चेन, बिस्कुट, आभूषण आदि सामान हैं।

देर रात जब इन तीनों यात्रियों मुंबई निवासी दिलीप भाई, राजस्थान निवासी प्रीतेश कुमार मुथा और महाराष्ट्र निवासी जितेंद्र भंवर से इन पैसों और सोने के बारे में पूछताछ की गई तो वे कोई जवाब नहीं दे सके। इसके बाद उन्हें आयकर विभाग की टीम को सौंप दिया गया।