जयपुर। राजस्थान के भरतपुर में गरीबों की रसोई यानी इंदिरा रसोई के बाहर बर्तनों को सूअर चाटते दिखे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इंदिरा रसोई के बर्तनों को सूअर चाटने का वीडियो वायरल होने के बाद राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर बीजेपी ने हमला बोला है। इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया है। बीजेपी का कहना है कि अभी तो सूअर बर्तनों को चाट रहे हैं न जाने खाने में भी क्या मिलाया जाता होगा। उन्होंने गरीबों के साथ बहुत बड़ा मजाक है और धोखा कहा है। इंदिरा रसोई के लिए बीजेपी नेता ने कड़े नियम बनाने और दोषियों पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। इंदिरा रसोई योजना के तहत गरीबों को 8 रुपए में खाना मिलता है।

इंदिरा रसोई का लाइसेंस सस्पेंड
नगर निगम के मेयर अभिजीत कुमार का कहना है कि मैंने भी सोशल मीडिया पर देखा है। महारानी जया कॉलेज के पास संचालित इंदिरा रसोई के बर्तनों को सूअर चाटते नजर आया था। उन्होंने कहा कि संचालक की लापरवाही की जांच हो रही है। उपनिदेशक क्षेत्रीय विस्तार सुरेश यादव का कहना है कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद इंदिरा रसोई का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है और संचालक को तीन दिन में जवाब देने का नोटिस दिया गया है।

इंस्पेक्शन के लिए अधिकारी की नियुक्ति
मेयर अभिजीत कुमार ने मामले को बहुत गंभीर माना है। उन्होंने कहा कि सभी इंदिरा रसोई का इंस्पेक्शन कराया जा रहा है। संचालन में किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इंस्पेक्शन के लिए अधिकारी की नियुक्ति कर दी गई है। बताया कि भरतपुर शहर में संचालित इंदिरा रसोई के लिए आरएएस और आईएएस अधिकारीयों को लगाया गया है। सभी अधिकारी इंदिरा रसोई की जांच करेंगे और कमियों को दुरुस्त किया जायेगा। अनियमितता मिलने पर संचालक के खिलाफ कार्रवाई होगी।

बर्तनों को सूअर चाटने का वीडियो हुआ था वायरल
आपको बता दें कि दरअसल, बुधवार को अछनेरा रोड पर स्थित इंदिरा रसोई क्रमांक नंबर 676 के बाहर रसोई के झूठे बर्तनों को सुअरों द्वारा मुंह मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और आनन-फानन में रसोई को निरस्त करने के आदेश दिए। साथ ही नगर निगम प्रशासन द्वारा अभियान चलाकर सभी रसोइयों को चेक किया जा रहा है।

भरतपुर में 25 इंदिरा रसोई संचालित
वीडियो में दिख रही यह तस्वीर भरतपुर के एमएसजे कॉलेज के सामने संचालित इंदिरा रसोई योजना की है, जिसको मदर टेरेसा नाम की संस्था चला रही थी। सरकार संचालन करने वाली संस्था को एक मुश्त 5 लाख रुपये और प्रति थाली 17 रुपये की सब्सिडी भी देती है। इसके लिये 100 करोड़ का बजट है। भरतपुर में 25 इंदिरा रसोई संचालित होती हैं।